फरीदाबाद पुलिस द्वारा एक युवक के एनकाउंटर मामले में अब पुलिस ने ही क्राइम ब्रांच के इंचार्ज सहित अन्य टीम के सदस्यों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। युवक के एनकाउंटर के मामले में अब तक पुलिस आरोपी द्वारा पुलिस टीम पर फायरिंग करने के बाद अपने बचाव में गोली चलाने की थ्योरी बता रही थी।
हत्या का मामला पुलिस कर्मियों के खिलाफ दर्ज होने पर जब मुजेसर के एसीपी सुधीर तनेजा मीडिया पर अपनी खींज उतारते हुए नजर आए।
पुलिस की जवाबी फायरिंग में लगी थी बबलू को गोली
गांव पावटा निवासी बबलू के खिलाफ पुलिस में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। परिजनों की माने तो बबलू अपने साथियों के साथ दो दिन पहले मोहन राम के दर्शन के लिए घर से निकला था बाद में उनको सूचना मिली कि पुलिस ने उसको गोली मारी है। जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना था कि बबलू ने पहले पुलिस टीम पर फायरिंग की थी जिसके बाद जवाबी फायरिंग में बबलू की गोली लगने के कारण मौत हो गई।
परिजनों का आरोप पुलिस ने जानबूझकर की हत्या
परिजनों ने इस बात का विरोध करते हुए दो दिनों तक मृतक के शव को नहीं लिया और पंचायत कर फैसला लिया गया कि पुलिस ने बबलू की हत्या की है। इसके बाद पुलिस ने क्राइम ब्रांच के इंचार्ज राकेश कुमार व उनकी टीम के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसकी गोली मारकर जानबूझकर हत्या की है। हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद परिजन मृतक के शव को दाह संस्कार के लिए ले गए। मृतक के साथ पुलिस ने दो दोस्तों को भी गिरफ्तार किया था लेकिन बाद में उनसे गलत बयान बाजी पुलिस द्वारा कराई गई और उनको छोड़ दिया गया।