जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पहलगाम के बैसरन इलाके में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस भयावह हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने दो संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी कर दिए हैं, जिनकी तलाश जारी है।
पीएम मोदी ने दौरा बीच में छोड़ा, हाई लेवल मीटिंग की
हमले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का आधिकारिक दौरा बीच में ही छोड़कर भारत वापसी की। दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ एक आपात बैठक की। प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह से बात कर तुरंत स्थिति का जायज़ा लिया।
केंद्र और राज्य सरकार का त्वरित एक्शन
गृह मंत्री अमित शाह फिलहाल जम्मू-कश्मीर में डटे हुए हैं और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उधर, केंद्र सरकार ने पीड़ितों के लिए मुआवज़े की घोषणा कर दी है।
- मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख
- गंभीर रूप से घायलों को ₹2 लाख
- मामूली रूप से घायलों को ₹1 लाख की सहायता राशि दी जाएगी।
जमीन पर मदद और निकासी कार्य शुरू
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए चार विशेष उड़ानों की घोषणा की है, ताकि प्रभावित पर्यटकों को सुरक्षित निकाला जा सके। इसके अलावा, एयरलाइनों को सर्ज प्राइसिंग न करने का सख्त निर्देश दिया गया है।
नई दिल्ली स्थित आंध्र प्रदेश भवन में एक विशेष सहायता डेस्क भी स्थापित की गई है। कोई भी पर्यटक 9818395787 या 011-23387089 पर संपर्क कर सकता है।
जम्मू-कश्मीर की प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “हमारे जवानों का खून खौल रहा है, देश गुस्से में है। अपराधियों को उनके जघन्य कृत्य की भारी कीमत चुकानी होगी।” वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि यह बर्बरता हमारे समाज में अस्वीकार्य है।
श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन
इस हमले के विरोध में श्रीनगर में भारी प्रदर्शन हुआ जिसमें पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल हुईं। उनके हाथ में एक प्लेकार्ड था जिस पर लिखा था, “टूरिस्ट पर हुआ हमला, हम सब पर हमला है।”