Karnal के निसिंग में रहने वाले एक युवक के साथ विदेश भेजने(sending him abroad) के नाम पर 12 लाख रुपए की धोखाधड़ी(duped of Rs 12 lakh) का मामला एक बार फिर चर्चा में है। पीड़ित युवक सोनू ने पुलिस से मांग की है कि इस केस को फिर से खोला(Case should be reopened) जाए और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए।
निसिंग निवासी सोनू ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ लोगों ने उसे विदेश भेजने का वादा किया था। इसके लिए उन्होंने सोनू के नकली दस्तावेज(fake document) का इस्तेमाल कर उससे 12 लाख रुपए ले लिए। जब सोनू को इस धोखाधड़ी का पता चला और उसने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। सोनू ने तत्कालीन गृह मंत्री अनिल विज को इस मामले की शिकायत दी थी। इसके बाद करनाल के DSP ने दोनों पक्षों को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए।

दोषी रजवंत ने कबूल किया कि उसके पास 12 लाख रुपए आए थे और इसके सबूत में एक इकरारनामा भी दिया। सोनू ने बताया कि रजवंत ने उसे 12 लाख रुपए वापस करने के लिए चार चेक दिए थे, लेकिन ये चेक बैंक में नकद नहीं हो सके क्योंकि रजवंत के खाते में पैसे नहीं थे।

पैसे वापस मिलने की उम्मीद
जब सोनू ने रजवंत से बचे हुए पैसे मांगे, तो उसने कहा कि पैसे मनजीत के पास हैं, जो करनाल से फरार है। कई बार अनुरोध करने के बावजूद रजवंत ने बैंक में पैसे नहीं डलवाए और बहाने बनाता रहा। सोनू ने बताया कि उसने कई बार रजवंत के घर जाकर उससे मिलने की कोशिश की, लेकिन हर बार उसका बाप और पत्नी उसे झूठे केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी देते रहे।

पुलिस ने जांच की शुरू
इस बीच पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और ना ही उन्हें गिरफ्तार किया।निसिंग थाना के जांच अधिकारी दयानंद ने बताया कि सोनू की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।