हॉकी प्लेयर अभिषेक नैन का सोनीपत पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। शहर में पहुंचने पर हर चौक- चौराहे पर उनका स्वागत किया गया है।इस दौरान अभिषेक ने शहरवासियों द्वारा अपने स्वागत किए जाने पर खुशी जाहिर की। अभिषेक ने कहा कि मेरी जीत देश को समर्पित है, ओलंपिक में मेडल लाने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और ये जीत उसी मेहनत का फल है।
वही अपने संघर्ष के दिनों को याद करके अभिषेक ने कहा कि उन दिनों को याद करके काफी खुशी महसूस होती है। अभिषेक ने कहा कि मेहनत और ईमानदारी से अपना काम करने और खुद पर भरोसा करने पर कुछ भी असंभव नहीं है। टीम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी टीम ने मेहनत की तो आज भारत की झोली में मेडल है और हरियाणा के लोगों में खेलने और जीतने को लेकर अलग जुनून होता है।
मैच से पहले कोच ने कही थी ये बात
इसपर आगे बात करते हुए अभिषेक ने कहा कि क्वार्टर फाइनल का मैच मेरे लिए ही नहीं बल्कि पूरी टीम के लिए काफी कठिन था। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ मैच के दौरान कोच ने एक ही बात बोली थी। “मेंटली स्ट्रांग रहना है, हारना नहीं है कुछ भी हो जाए,चाहे जान ही देनी पड़ जाए और यही सोचकर मैदान पर उतरे थे”।
तो क्या था मेडल मिलने पर अभिषेक का सबसे पहाल रिएक्शन?
मां के लिए कही भावनात्मक बातें
मेडल लाने के बाद सबसे पहले अभिषेक ने अपनी मां से वीडियो कॉल पर बात की थी और उन्होंने कहा कि मां शब्द के सामने कोई भी लाइन मायने नहीं रखती। मां के समर्पण भाव के सामने सब कुछ खत्म हो जाता है। ओलिंपिक में घर के परंपरागत माँ क़े हाथ का बना चूरमा मिस किया।क्योंकि घर में जब भी वह आते हैं सबसे ज्यादा चूरमा ही खाते हैं।
हरियाणवी परंपरागत खानपान चूरमा को लेकर अभिषेक ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए वे चूरमा लेकर जाएंगे।क्योंकि चूरमा एक हरियाणवी डिश है और उन्होंने बहुत दिन से चूरमा नहीं खाया है, तो सबसे पहले वह चूरमा खाएंगे।वहीं उन्होंने कहा है कि मोदी जी जितना चूरमा खाएंगे, उसे कई किलो ज्यादा चूरमा लेकर जाऊंगा।
सरकारें खिलाड़ियों को दे रही सुविधाएं
केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा खेलों को प्रोत्साहन देने को लेकर अभिषेक में ने कहा खिलाड़ियों को काफी सुविधा दी गई है और उसी की बदौलत है कि आज खिलाड़ी मेडल लेकर आ रहे हैं और जीत दर्ज कर रहे हैं। हरियाणा सरकार की खेल पॉलिसी की तारीफ करते हुए बोले- हरियाणा सरकार को देखकर ही अन्य राज्यों में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि और नौकरी मिल रही है। हरियाणा सरकार लगातार इसी प्रकार से खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग कदम उठाते रहे। इससे खिलाड़ियों को मोटिवेशन मिलता है।
विनेश फोगाट को लेकर क्या बोले अभिषेक?
विनेश फोगाट मामले को लेकर अभिषेक बोले- विनेश फोगाट को उनका हक मिले और सिल्वर मेडल उन्हें दिया जाना चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि मेरा मेडल उन सभी भावी हॉकी प्लेयर्स को समर्पित है, जो मुझको देखकर भविष्य में हॉकी की स्टिक पकड़ेंगे।