हरियाणा के पानीपत शहर में धागा व्यापारी के बेटे अक्षय गाबा ने जुए में 22 करोड़ रुपए हारने के बाद अपनी फैक्ट्री बेच दी। फिर भी वह सट्टेबाजों का कर्ज नहीं चुका पा रहा था। सट्टेबाज उस पर रोजाना 1 लाख रुपए का जुर्माना लगा रहे थे और उसे कई बार बंधक बनाकर पीटा भी गया। परेशान होकर अक्षय घर से Suicide नोट छोड़कर चला गया था, लेकिन अब वह वापस लौट आया है।
शुक्रवार को शहर के सभी बड़े उद्योगपति और पूर्व मेयर एकजुट होकर पीड़ित अक्षय को चांदनीबाग थाने ले गए। वहां पहुंचकर अक्षय ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत देकर केस दर्ज करने की गुहार लगाई और अपने परिवार को सुरक्षा देने की मांग की।

शहर के बड़े उद्योगपतियों के बेटे भी फंसे
इस खुलासे से पता चला कि और भी शहर के बड़े उद्योगपतियों के बेटे सट्टेबाजों के चंगुल में फंसे हुए हैं। यह एक लंबी चेन बन गई है और कई बड़े परिवार बर्बादी की कगार पर खड़े हैं।
सुसाइड नोट में सट्टेबाजों के नाम
अक्षय के सुसाइड नोट में पांच बड़े सट्टेबाजों के नाम थे, जिन्होंने उससे करीब 22 करोड़ रुपए ऐंठ लिए थे। इसके बाद भी उस पर करोड़ों रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा था। अक्षय के चचेरे भाई निशांत ने पुलिस को शिकायत दी और शुक्रवार को चांदनीबाग थाने जाकर अक्षय के बयान दर्ज कराए। उन्होंने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, मैसेज और लेन-देन की पूरी जानकारी देने का वादा किया।
ऑफलाइन और ऑनलाइन सट्टा कारोबार
अक्षय के लिखे नोट में पांच सटोरियों के नाम थे, जो शहर में ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टा खिलवाने का काम करते हैं। इनका कारोबार करोड़ों का है। अकेले अक्षय से ये सटोरिये करीब 22 करोड़ रुपए ले चुके हैं और अभी भी अक्षय पर करोड़ों रुपए देने का दबाव बना रहे हैं।
अक्षय के परिवार का कहना है कि 26 जुलाई को अक्षय लापता हो गया था। पुलिस को शिकायत देने पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।