- हिमानी नरवाल मर्डर केस में रोहतक पुलिस ने 250 पेज की चार्जशीट दाखिल की, पर मां सविता ने जांच पर उठाए सवाल, और सीबीआई जांच की मांग दोहराई।
- मामले में आरोपी सचिन की गिरफ्तारी के बावजूद हिमानी की मां ने कांग्रेस नेताओं की भूमिका पर जताया संदेह, कहा – “राजनीति से दूर जाना चाहती थी बेटी”।
- हत्याकांड हाईप्रोफाइल बना जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हिमानी की फोटो सामने आई, जिससे मामला सुर्खियों में आया।
CBI demand in Rohtak murder: हरियाणा के रोहतक में कांग्रेस नेत्री हिमानी नरवाल की हत्या के मामले में पुलिस ने 250 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की, लेकिन इस पर मृतका की मां सविता नरवाल ने गहरी नाराज़गी जताई है। उन्होंने शुरू से ही इस मामले में पुलिस की जांच को नकारते हुए सीबीआई जांच की मांग की, जो अब तक पूरी नहीं हुई है।
1 मार्च को सांपला क्षेत्र के बस स्टैंड के पास झाड़ियों में एक सूटकेस में हिमानी का शव मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। जांच में पुलिस ने झज्जर के सचिन उर्फ ढिल्लू को मुख्य आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया, जिसे लेकर हिमानी की मां सविता ने साफ कहा कि सचिन को बलि का बकरा बनाया जा रहा है, जबकि असली साजिशकर्ता पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
हिमानी की मां का आरोप है कि उनकी बेटी कांग्रेस में सक्रिय थी लेकिन कुछ ताकतवर नेता उसे राजनीति से हटाना चाहते थे। उन्होंने दावा किया कि हिमानी खुद राजनीति से दूरी बना रही थी और वह उन नेताओं से परेशान थी जिनकी वजह से वह राजनीति से बाहर आना चाहती थी। हत्याकांड को राजनीतिक साजिश मानते हुए सविता ने पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और फिर मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिलकर सीबीआई जांच की मांग की थी।
हिमानी की हत्या के बाद जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में हिमानी की तस्वीर सामने आई, तो यह मामला मीडिया और राजनीतिक हलकों में हाईप्रोफाइल बन गया। बताया गया कि 27 फरवरी की रात को आरोपी सचिन हिमानी के घर आया और वहीं रुका, अगले दिन 28 फरवरी को उसने हिमानी की हत्या कर शव को सूटकेस में भरकर झाड़ियों में फेंक दिया।
सविता का आरोप है कि पुलिस जानबूझकर उन कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई नहीं कर रही जिनकी हिमानी से अनबन थी। पुलिस की थ्योरी और आरोपी की कहानी पर संदेह जताते हुए उन्होंने कहा कि जांच में कई कमजोरियां हैं और चार्जशीट के जरिए पुलिस जल्दबाजी में केस बंद करना चाहती है।
पुलिस द्वारा दाखिल चार्जशीट के बावजूद परिजनों को अब भी न्याय की आस सीबीआई जांच से है, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके और कोई भी दोषी बच न सके।