चरखी-दादरी : भारतीय कुश्ती संघ (डब्लयूएफआई) के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह खेमे की जीत के बाद और उसके बाद साक्षी मलिक के रेसलिंग से संन्यास लेने के बाद, महिला पहलवान विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर अपनी भावनाओं को जाहिर किया। उन्होंने वर्तमान संस्थाओं पर ताना मारते हुए लिखा कि महिलाओं के सम्मान में कुछ बदलाव जरूरी है।
इससे पहले डब्लयूएफआई के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद, विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर मशहूर कवि शिवमंगल सिंह सुमन का एक वीडियो पोस्ट किया। उसमें वह कविता पढ़ रहे थे, जिसमें उन्होंने ‘वरदान मांगूंगा नहीं’ कहा। इसी साल दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना देने वाले पहलवानों में विनेश फोगाट भी शामिल थीं। उन्होंने बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बजरंग पूनिया की पद्मश्री अवॉर्ड वापस लौटाने की खबर शेयर की। बजरंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखकर अपना पद्मश्री पुरस्कार वापस करने की घोषणा की थी।

उस चिट्ठी में उन्होंने बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह की जीत का विरोध जताया था। बजरंग ने अवॉर्ड वापस लौटाने प्रधानमंत्री आवास पर गए थे, लेकिन अंदर जाने की परमिशन नहीं मिली तो उन्होंने अवॉर्ड वहीं फुटपाथ पर रख दिया। अतिरिक्त बृजभूषण सिंह के डब्लयूएफआई अध्यक्ष बनने के बाद साक्षी मलिक ने भी कुश्ती छोड़ दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे भावुक हो गईं और कुश्ती त्यागने की घोषणा की। उन्होंने अपने जूते उतारकर टेबल पर रख दिए और वहां से चली गईं।