Bhiwani जिले के बवानी खेड़ा में NHAI द्वारा जलघर को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे नाले और बिछाई जा रही पाइपलाइन का काम शुरू होने से पहले ही खराब होता नजर आया। शिकायत मिलने के बाद कार्यकारी अभियंता ने उपमंडल अभियंता और कनिष्ठ अभियंता की देखरेख में काम करवाने की बात कही।
बता दें कि सुंदर नहर में पानी आने से खराब सामग्री की पोल खुल गई। पहले जलघर के लिए बनाए गए नाले में घटिया सामग्री के इस्तेमाल के कारण शुक्रवार को कस्बे के लोगों ने विरोध किया। एसडीओ ने भरोसा दिलाया कि अच्छी गुणवत्ता की पाइपलाइन बिछाई जाएगी। वहीं, दूसरे जलघर के लिए पार्षदों और समाज सेवियों ने कई बार पाइपलाइन का निरीक्षण किया, लेकिन NHAI ने सिर्फ आश्वासन ही दिए। शनिवार को रमेश काजल, जगदंबा महता, कुलदीप शर्मा, हिम्मत सिंह, रामगोपाल सैनी, हनुमान पारासर, ओमप्रकाश यादव और संतलाल ने निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि सुंदर नहर में पानी आया है, लेकिन लीकेज के कारण चैंबर में दरारें आ गई हैं।
पाइपलाइन का कनेक्शन सुंदर नहर के साथ जोड़ दिया गया था, लेकिन सप्लाई न छोड़ने और लीकेज होने के कारण बिना पानी छोड़े ही चैंबर में पानी आ गया। नाले की तलहटी में दरारें आ गईं। उपस्थित लोगों का कहना है कि लाल क्रेसर से लिपाई की गई है और सीमेंट की मात्रा कम है, जिससे नाली में दरारें आ गई हैं। जहां से पानी आना है, वह एरिया नीचा है और जहां पहुंचना है, वह एरिया ऊंचा है।
लीकेज पानी भी नहीं झेल पाया कनेक्शन
पूर्व नगर पालिका प्रधान रमेश काजल ने बताया कि NHAI की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब न मिलने पर भिवानी उपायुक्त पीए से लेकर मुख्यमंत्री के पीए से बातचीत की गई और इस समस्या के समाधान की अपील की गई। उनका कहना है कि जिस पाइपलाइन और नाले का लंबे समय तक इस्तेमाल होना है, वह बिना कनेक्शन के लीकेज के पानी को नहीं झेल पाया। पानी का कनेक्शन जोड़ने पर इनके टूटने की संभावना है। कस्बे के लोगों ने NHAI से जल्दी काम करने और मजबूत सामग्री का उपयोग करने की अपील की।
अधिकारी ने दिए निर्देश
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास धनखड़ ने बताया कि उन्हें इस समस्या की जानकारी मिली है। उन्होंने उप मंडल अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को निर्देश दिए हैं कि वे इस काम में विशेष ध्यान देकर उच्च गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग करें और काम को पूरा करें।