हरियाणा के पानीपत के सेक्टर 13-17 थाने में तैनात लापता हुए एएसआई ऋषि का शव करनाल की नहर से बरामद हुआ। पुलिस जांच के बाद सामने आया है कि एएसआई की गोलियां मारकर हत्या की गई है। करनाल के पुलिस प्रवक्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन के नाम जारी बयान के आधार पर मामले में नामजद आरोपी दीपक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार पानीपत के एएसआई की हत्या मामले में आरोपी की पहचान बरसत चुंगी निवासी दीपक के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले की जानकारी मिलने के बाद हिरासत मे ले लिया है। पुलिस ने आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा किया है कि आरोपी दीपक और एएसआई ऋषि दोस्त थे। रात के समय दोनों ने मिलकर एक साथ पार्टी की थी। इसके बाद दोनों गाड़ी से करनाल की ओर चले गए, जहां किसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई।

इस दौरान दीपक ने तैश में आकर अपनी पिस्तौल से ऋषि पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। मौके पर 4-5 गोलियां लगने से एएसआई ऋषि की मौत हो गई। गोलियों के निशान मृतक के पेट पर भी मिले हैं। इसके बाद आरोपी ने वारदात पर पर्दा डालने के लिए ऋषि के शव को करनाल नहर में फेंक दिया और पानीपत वापस लौट आया। पानीपत वापस लौटने के बाद दीपक ने डर की वजह से पुलिस को सरेंडर कर दिया। पुलिस ने आरोपी से पिस्तौल भी बरामद कर ली है। वहीं पुलिस की ओर से एक अन्य छोटू नाम के संदिग्ध युवक को भी हिरासत में लिया गया है। फिलहाल अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

यह था मामला
मिली जानकारी के अनुसार लोगों ने करनाल नहर में शव मिलने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नहर से बाहर निकाला। इसके बाद मृतक की फोटो पानीपत सहित आसपास के जिलों की पुलिस को भेजी गई। पानीपत पुलिस ने मृतक की पहचान एएसआई ऋषि के रूप में की गई। ऋषि पानीपत के सेक्टर 13-17 थाने में तैनात था। शनिवार को रोजाना की तरह थाने में गया था। शाम को वह अपने थाना क्षेत्र स्थित अपने क्वार्टर चला गया।
इसके बाद रविवार को वह थाने में नहीं पहुंचा तो सुबह निर्धारित समय के बाद एएसआई पर फोन किया गया, लेकिन ऋषि ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद एएसआई के फोन नहीं उठाने और थाने नहीं पहुंचने पर पुलिस के शक की सुई घूम गई। पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर एएसआई की तलाश शुरू कर दी। वहीं शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो आरोपी दीपक को काबू किया गया। जिसके खिलाफ करनाल सदर थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी दीपक से मामले की पूछताछ कर रही है।

तीन चौकियों का प्रभारी बन संभाल चुका था कमान
मिली जानकारी के मुताबिक एएसआई ऋषि कई वर्षों से पानीपत पुलिस में तैनात था। जिले में ऋषि ने सेक्टर 11-12 चौकी, समालखा की हथवाला चौकी और मडलौडा की थर्मल चौकी में बतौर प्रभारी कमान को संभाल चुका है। हाल समय में ऋषि सेक्टर 13-17 थाने में बतौर जांच अधिकारी कार्यरत था। इतना ही नहीं, बेहतरीन कार्य के लिए एएसआई ऋषि को सेवानिवृत्त डीजीपी पीके अग्रवाल की ओर से सम्मानित भी किया गया था।

