Chandigarh में क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले आरोपियों और पुलिस के बीच शुक्रवार शाम हिसार में मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान दोनों आरोपियों को पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को हिसार के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुठभेड़ की प्रमुख बातें
मुठभेड़ में चंडीगढ़ पुलिस और हिसार की STF ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। आरोपियों की फायरिंग में ASI संदीप और अनूप बाल-बाल बच गए क्योंकि वे बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की।
आरोपियों की पहचान और गैंग से जुड़ाव
आरोपियों की पहचान अजीत (गांव खरड़ निवासी) और विनय (गांव देवा, हिसार निवासी) के रूप में हुई। दोनों आरोपी कबड्डी खिलाड़ी हैं। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि उन्होंने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के निर्देश पर क्लबों के बाहर बम फेंके। गोल्डी बराड़ ने धमाकों की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर ली थी, लेकिन पोस्ट कुछ देर बाद डिलीट कर दी गई।
घटना का विवरण
धमाके चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में स्थित सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर हुए। धमाके के समय क्लब बंद थे।दोनों क्लबों के बीच लगभग 30 मीटर की दूरी है। क्लब के शीशे टूट गए, लेकिन जानी नुकसान नहीं हुआ। घटना के वक्त मौके पर केवल सिक्योरिटी गार्ड मौजूद थे।
गोल्डी बराड़ का बयान “दो ब्लास्ट की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा लेते हैं। क्लब मालिकों को प्रोटेक्शन मनी के लिए कॉल की गई थी, जिसे इग्नोर करने पर धमाके किए गए।”
पुलिस की कार्रवाई
चंडीगढ़ पुलिस ने एसएसपी कंवरदीप कौर की अगुवाई में क्राइम ब्रांच, ऑपरेशन सेल, और डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल की टीम बनाई। गुरुवार को आरोपियों की पहचान कर ली गई और उनकी तलाश में हिसार पहुंची। जांच के दौरान पुलिस को एक कॉल रिकॉर्डिंग का पता चला, जिसमें काली के गुर्गे ने क्लब संचालक से बहस की थी। पुलिस ने गैंगस्टर काली से पूछताछ की, लेकिन आरोपियों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला।
सुरक्षा गार्ड की गवाही
पूर्ण सिंह (सिक्योरिटी गार्ड) ने कहा कि “आरोपी बाइक पर आए। एक ने विस्फोटक फेंका और दूसरा बाइक स्टार्ट करके खड़ा था। धमाके के बाद आरोपी ने कहा, ‘तू मेरा क्या कर लेगा।’ उनके मुंह ढंके हुए थे।” चंडीगढ़ का सेक्टर-26 पॉश इलाका है, जहां कई केंद्रीय संस्थान और पुलिस लाइन स्थित हैं। पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए जांच में जुटी है और ब्लास्ट से जुड़े सभी संदिग्धों को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है।
चंडीगढ़ बम धमाकों ने लॉरेंस गैंग और गोल्डी बराड़ की गतिविधियों पर सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आरोपी पकड़े गए, लेकिन यह घटना क्लब मालिकों और जनता के लिए गैंगस्टर खतरे की चेतावनी है।