Haryana में 26 जनवरी से 5 नए शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलने जा रही हैं। हिसार, रोहतक, रेवाड़ी, सोनीपत और अंबाला में इन बसों की तैनाती हो चुकी है और इनके रूट भी निर्धारित कर दिए गए हैं। इन बसों का न्यूनतम किराया 10 रुपये रखा गया है और ये एक बार चार्ज होने पर करीब 200 किमी. तक दौड़ सकती हैं।
इन इलेक्ट्रिक बसों की विशेषता यह है कि महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। इसके अलावा, लो फ्लोर डिज़ाइन होने के कारण बुजुर्ग और बच्चों के लिए बसों में चढ़ना और उतरना काफी आसान होगा।
जेबीएम कंपनी की ड्राइवरों की तैनाती
इन बसों को चलाने के लिए जेबीएम कंपनी अपने ड्राइवर उपलब्ध कराएगी, जबकि परिचालक रोडवेज विभाग से होंगे। हालांकि, कंपनी अभी यह विचार कर रही है कि परिचालक भी अपने ही रखे जाएं, लेकिन रोडवेज विभाग चाहता है कि परिचालक उनके कर्मचारी हों।
पहले से चल रही हैं इलेक्ट्रिक बसें
हरियाणा के चार अन्य शहरों – करनाल, पानीपत, फरीदाबाद और यमुनानगर में पहले से ही इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। इसके बाद गुरुग्राम में भी इन बसों की तैनाती हो चुकी है। 26 जनवरी के बाद राज्य के 10 शहरों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू हो जाएगा, जिससे पर्यावरण पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा क्योंकि ये बसें पूरी तरह से ईंधन रहित हैं।
पीएम-ई-बस सेवा योजना का उद्देश्य
भारत सरकार ने 16 अगस्त 2023 को “पीएम-ई-बस सेवा योजना” की शुरुआत की थी, जिसके तहत 10,000 इलेक्ट्रिक बसों की तैनाती की जाएगी। इसका उद्देश्य बस संचालन को बढ़ावा देना और पर्यावरण को सुरक्षित रखना है।
हिसार में बसों की स्थिति
हिसार में 9 सिटी बसें वर्ष 2019 में शुरू की गई थीं, लेकिन अप्रैल 2023 में इन्हें बंद कर दिया गया था क्योंकि इनकी पालिसी तय नहीं थी। इन बसों के बंद होने से यात्रियों को ऑटो के महंगे किराए का सामना करना पड़ता था। नगर निगम ने पहले ही बस स्टॉप निर्धारित कर दिए थे, और इन बसों के संचालन से यात्रियों को राहत मिलती।
रोडवेज जीएम की जानकारी
हिसार रोडवेज के जीएम मंगलसेन ने बताया कि 26 जनवरी से हिसार में भी 5 नई इलेक्ट्रिक बसें 2 रूटों पर चलाई जाएंगी। हालांकि, इनमें से एक बस पहले ही खराब हो गई है, लेकिन जल्द ही उसे ठीक कर लिया जाएगा और वह बेड़े में शामिल हो जाएगी।