हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री Anil Vij ने मुख्यमंत्री नायब सैनी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सैनी जब से मुख्यमंत्री बने हैं, तब से “उड़न खटोला” पर हैं। विज ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान उन्हें किसी बड़े नेता ने हराने की कोशिश की थी और उन पर हमला हुआ, लेकिन अब 100 से ज्यादा दिन बीतने के बावजूद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
वहीं, विज के इस बयान पर विरोधी दलों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है। अंबाला से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा ने विज पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे अपनी सरकार को ‘फेल’ का सर्टिफिकेट दे रहे हैं। चित्रा ने विज से सवाल किया कि अंबाला का करोड़ों का बजट किसने खाया, और क्यों वे इस पर आमरण अनशन नहीं कर रहे।
इसके अलावा, अनिल विज ने ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग से किनारा करते हुए कहा कि उनके आदेशों को लागू नहीं किया जा रहा। विज ने यहां तक चेतावनी दी कि अगर स्थिति नहीं सुधरी, तो वे भी किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की तरह अनशन करने को तैयार हैं।
विज की नाराजगी और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे अब राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गए हैं, जिससे सरकार और पार्टी में दरारें बढ़ती नजर आ रही हैं। क्या अनिल विज की यह नाराजगी हरियाणा सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगी?