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Farmers ने रेल की पटरियों पर धरना दिया, कई ट्रेनें रोकनी पड़ीं,यात्री हुए परेशान

हरियाणा पंजाब

Rail Roko Protest : लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ितों की न्याय की मांग को लेकर घोषणा के अनुरूप farmers ने वीरवार को अंबाला के मोहड़ी के नजदीक रेल पटरियों पर करीब ढाई घंटे तक धरना दिया। इसके अलावा पंजाब में कई जगह रेल की पटरियों पर बैठे। farmers के बैठने की वजह से ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। इससे यात्रियों को खासी परेशानी हुई।

प्रदर्शनकारी farmers ने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, ऋण माफी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने और लखीमपुर खीरी की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करने की मांग की।

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से आयोजित यह विरोध प्रदर्शन मध्याह्न साढ़े 12 बजे शुरू हुआ। farmers के धरने के चलते कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन पर अजमेर-चंडीगढ़ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 20977 एक घंटा 10 मिनट तक खड़ी रही।

 इससे जहां ट्रेन में बैठे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा तो वहीं स्टेशन पर पहुंचे यात्री भी घंटों दूसरी ट्रेनों के आने का इंतजार करते रहे। farmers के धरने पर बैठने के कारण अंबाला और पंजाब के स्टेशनों पर भी कई ट्रेनों को रोकना पड़ा। गर्मी के चलते यात्री परेशान रहे।

एमएसपी सहित कई अन्य मांगों को लेकर farmers ने रेलवे पटरियों को जाम करने का एलान 22 सितंबर को पिपली में हुई किसान महापंचायत में किया था। किसानों ने मोहड़ी के समीप दोपहर 12 बजे से दो बजकर 30 मिनट तक रेलवे ट्रैक पर धरना लगाए रखा, जिससे कई अन्य ट्रेनों पर असर पड़ा। 

किसानों के धरने के चलते वंदे भारत एक्सप्रेस का कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन पर दोपहर 1:30 से 2:40 बजे तक खड़ी रही। 

कुरुक्षेत्र के स्टेशन अधीक्षक शंकर लाल मीणा का कहना है कि farmers ने मोहड़ी के समीप रेलवे ट्रैक पर जाम लगाकर धरना दिया, जिसके चलते रेल यातायात पर असर पड़ा। इसके कारण अजमेर चंडीगढ़ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 20977 एक घंटा 10 मिनट तक रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। रेलवे पटरी से किसानों के हटते ही अजमेर ट्रेन अंबाला की ओर रवाना हुई।

फिरोजपुर मंडल के रेलवे अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शन के कारण 17 ट्रेन रोकी गईं लेकिन किसी भी ट्रेन को रद्द या फिर किसी भी ट्रेन का मार्ग परिवर्तित नहीं किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन केवल उन्हीं स्टेशनों पर रोकी गईं, जहां यात्रियों को आसानी से भोजन और अन्य सुविधाएं मिल सकती थीं।

जिन ट्रेन को रोका गया उनमें लुधियाना-फिरोजपुर कैंट एक्सप्रेस, फिरोजपुर कैंट-लुधियाना एक्सप्रेस, सूर्य नगरी एक्सप्रेस, दुर्ग-जम्मू तवी स्पेशल, अमृतसर-जयनगर शहीद एक्सप्रेस, अमृतसर-अजमेर एक्सप्रेस, पुणे-जम्मू तवी झेलम एक्सप्रेस, जामनगर-माता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस और जम्मू तवी-अहमदाबाद एक्सप्रेस शामिल हैं।

अमृतसर में मनावाला रेलवे स्टेशन के पास farmers के अमृतसर-दिल्ली रेल की पटरियों पर बैठ जाने से दोनों शहरों के बीच चलने वाली कई ट्रेन का मार्ग बदलना पड़ा।

किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के संयोजक सरवन सिंह पंधेर ने लखीमपुर खीरी की घटना में न्याय की मांग की तथा राज्य एवं केंद्र, दोनों सरकारों पर farmers की लंबे समय से लंबित मांगों पर ध्यान न देने तथा उनके प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया।

केंद्र सरकार द्वारा फसलों पर एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी देने समेत विभिन्न मांग पूरी करने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से एसकेएम और केएमएम farmers के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारी farmers 13 फरवरी को सुरक्षा बलों द्वारा उनके मार्च को रोके जाने के बाद से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू तथा खनौरी सीमा पर डटे हुए हैं।

होशियारपुर में भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के राज्य उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं द्वारा मंडियाला गांव में रेलवे क्रासिंग के पास पटरियों पर धरना दिए जाने से होशियारपुर से जालंधर जाने वाली एक यात्री ट्रेन को नसराला रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया।

किसान मजदूर हितकारी सभा के सदस्यों ने जालंधर जिले के भंगाला में अनाज मंडी से रेलवे स्टेशन तक मार्च किया और जालंधर-जम्मू रेल खंड पर धरना देने से पठानकोट जाने वाली एक मालगाड़ी को मुकेरियां रेलवे स्टेशन पर रुकना पड़ा।

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