➤गुरुग्राम क्राइम ब्रांच में तैनात झज्जर के दो पुलिसकर्मियों की यूपी में सड़क हादसे में मौत हो गई।
➤दोनों वीरों का आज झज्जर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह को नम आंखों से विदाई दी गई।
➤पुलिस टीम छत्तीसगढ़ एक केस की जांच के लिए जा रही थी, रास्ते में ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा कर हादसा हुआ, दो अन्य पुलिसकर्मी घायल।
गुरुग्राम क्राइम ब्रांच में तैनात हरियाणा पुलिस के दो जवान—सब इंस्पेक्टर संजय कुमार और कॉन्स्टेबल अमित—छत्तीसगढ़ में एक केस की जांच के लिए रवाना हुए थे, लेकिन उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे में उनकी जान चली गई। यह हादसा रविवार रात बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर राठ थाना क्षेत्र में हुआ, जब उनकी सरकारी गाड़ी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गई।

हादसे में मौके पर ही झज्जर जिले के गांव तुम्बाहेड़ी निवासी सब इंस्पेक्टर संजय कुमार (45) और झज्जर के सीताराम गेट निवासी कॉन्स्टेबल अमित (25) की मृत्यु हो गई। वहीं, एएसआई इंद्रजीत (50) और वाहन चला रहे हेड कॉन्स्टेबल राजेश (41) गंभीर रूप से घायल हो गए। एएसआई इंद्रजीत को उरई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। हेड कॉन्स्टेबल राजेश की हालत स्थिर बताई जा रही है।
हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया। सभी घायलों को राठ के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने संजय और अमित को मृत घोषित कर दिया। दोनों के पार्थिव शरीर सोमवार को झज्जर लाए गए, जहां मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

सब इंस्पेक्टर संजय कुमार: एक समर्पित पुलिसकर्मी और पिता
गांव तुम्बाहेड़ी के रहने वाले संजय कुमार 1998 में हरियाणा पुलिस में भर्ती हुए थे और वर्तमान में गुरुग्राम क्राइम ब्रांच (CIA) में तैनात थे। वे गांव के स्कूल से पढ़े थे और एक अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी भी रहे। उनके तीन बेटे हैं—सबसे बड़ा बेटा प्रमोद वकालत की पढ़ाई कर रहा है, मोहित मेडिकल साइंस की कोचिंग ले रहा है और सबसे छोटा आयुष 9वीं कक्षा में पढ़ता है। उनके पिता करतार सिंह की पिछले वर्ष हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। संजय का परिवार गुरुग्राम के सरकारी क्वार्टर में रहता है।

कॉन्स्टेबल अमित: परिवार की उम्मीद थे
कॉन्स्टेबल अमित 2018 में हरियाणा पुलिस में भर्ती हुए थे और गुरुग्राम सेक्टर-40 में CIA टीम में कार्यरत थे। अमित की दो बेटियां हैं—एक 8 साल की और दूसरी 5 साल की। उनके भाई अजीत ने बताया कि अमित मेहनती और परिवार को समर्पित थे। उनका परिवार झज्जर में रहता है और पिता सब्जी की दुकान चलाते हैं।
मंगलवार को झज्जर में दोनों शहीद पुलिसकर्मियों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। पुलिस अधिकारियों और बड़ी संख्या में आमजन ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। तिरंगे में लिपटे इन जवानों की शहादत ने पूरे जिले को शोक में डुबो दिया।