Haryana assembly session

Haryana विधानसभा शीतकालीन सत्र की 13 नवंबर से शुरुआत, विपक्ष का हंगामे का संकेत, ये 5 प्रमुख मुद्दे सदन में उठेंगे

हरियाणा चंडीगढ़

Haryana विधानसभा का शीतकालीन सत्र 13 नवंबर से शुरू हो रहा है, और इसके कार्यकाल की अवधि तय करने के लिए आज बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में स्पीकर हरविंदर कल्याण, मुख्यमंत्री नायब सैनी, संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा और डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा शामिल होंगे। वहीं, सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी।

विधानसभा सत्र में विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की पूरी योजना बना ली है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और INLD इस बार किसानों, बेरोजगारी, नशाखोरी, पराली जलाने पर जुर्माना और DAP खाद की कमी जैसे पांच बड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की तैयारी में हैं।

1. धान की MSP पर खरीद का मुद्दा

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 8 अक्टूबर को धान की खरीद 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से करने का वादा किया था, जबकि मौजूदा समय में किसानों को केवल 2300 रुपए प्रति क्विंटल का MSP मिल रहा है। कांग्रेस और INLD इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की योजना बना रहे हैं, और विपक्ष का दावा है कि राज्य के 60% किसानों को अपनी फसल 2000 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल पर बेचनी पड़ी है।

2. DAP खाद की कमी

सत्र में DAP खाद की कमी दूसरा बड़ा मुद्दा बनेगा। कांग्रेस का दावा है कि राज्य में कई जिलों में खाद की भारी कमी है। उदाहरण के लिए, सिरसा में 13,000 टन DAP की आवश्यकता है, लेकिन सरकार ने केवल 900 टन उपलब्ध कराया है। पानीपत में 6500 टन की आवश्यकता के मुकाबले मात्र 360 टन ही उपलब्ध कराया गया। किसानों को हो रही इस परेशानी के कारण रामभगत नामक एक किसान की आत्महत्या का मामला भी विपक्ष द्वारा जोर-शोर से उठाया जाएगा।

3. पराली जलाने पर डबल जुर्माना

केंद्र सरकार ने पराली जलाने पर दोगुना जुर्माना लगाने का फैसला लिया है, जो कि अब 5 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक होगा। हरियाणा में अब तक पराली जलाने के 4 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं, और विपक्ष इस फैसले के खिलाफ सदन में हंगामा करने की योजना बना रहा है।

4. नशे के खिलाफ आवाज

राज्य में बढ़ रहे नशे के प्रचलन पर भी विधानसभा सत्र में चर्चा होने की उम्मीद है। हाल ही में उकलाना के गांव पाबड़ा में नशे के कारण तीन युवाओं की मौत हो चुकी है। कांग्रेस और INLD ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए अपने ध्यानाकर्षण प्रस्तावों में भी शामिल किया है।

5. बेरोजगारी और सरकारी भर्तियां

हरियाणा में बेरोजगारी का मुद्दा भी सदन में उठेगा। पिछले वर्ष के मुकाबले बेरोजगारी दर में कमी आई है, लेकिन हाल ही में रुकी हुई सरकारी भर्तियों के कारण विपक्ष इसे लेकर सरकार को घेरेगा। INLD के विधायक अर्जुन चौटाला ने इसे लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दाखिल किया है।

इस बार का विधानसभा सत्र हंगामेदार होने की संभावना है, और विपक्ष के प्रमुख नेता इस बात का संकेत दे चुके हैं कि जनहित के इन मुद्दों पर जोर-शोर से बहस की जाएगी।

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