अनिल विज के इलाके में मिला खास तवज्जो, आईजी-एसपी स्तर पर बड़ा फेरबदल
खट्टर-सैनी की मुलाकात के बाद अफसरशाही में हलचल, अब आईएएस की बारी
Haryana Government Reshapes Police Leadership: हरियाणा में सोमवार देर रात एक बड़ा प्रशासनिक फैसला लेते हुए राज्य सरकार ने पुलिस विभाग में 42 आईपीएस और 13 एचपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। खास बात यह है कि परिवहन मंत्री अनिल विज के प्रभाव वाले क्षेत्र अंबाला में सीएमओ में तैनात पंकज नैन को अंबाला रेंज का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है, जो विज की पकड़ को दर्शाता है। वहीं, हिसार रेंज के आईजी डॉ. एम रवि किरण को करनाल भेजकर उनकी जगह कृष्ण कुमार राव को हिसार की जिम्मेदारी दी गई है। रोहतक रेंज का कार्यभार अब वाई पूर्ण कुमार संभालेंगे।
राज्य की राजधानी पंचकूला में सिबास कविराज को पुलिस कमिश्नर बनाया गया है, जबकि वरिष्ठ आईपीएस ममता सिंह को दोहरी जिम्मेदारी देते हुए उन्हें भोंडसी और पंचकूला में एडीजीपी क्राइम बनाया गया है। 1999 बैच की अनुभवी अधिकारी राजश्री सिंह को झज्जर का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। ट्रांसफर सूची में साइबर क्राइम, रेलवे, विजिलेंस और सीआईडी जैसी महत्वपूर्ण शाखाओं के अधिकारियों में भी फेरबदल किया गया है।
फील्ड स्तर पर कई जिलों के एसपी बदले गए हैं, जिसमें फतेहाबाद की आस्था मोदी को कैथल भेजा गया है और पानीपत के लोकेंद्र सिंह को अंबाला पुलिस कमांडेंट बनाकर सुरक्षा सीआईडी की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। सिरसा, कुरुक्षेत्र, अंबाला जैसे जिलों में भी नए अधिकारी तैनात किए गए हैं।
यह फेरबदल पहले बजट सत्र के बाद होना था, लेकिन पीएम मोदी के 14 अप्रैल को हिसार और यमुनानगर में हुए कार्यक्रमों के चलते इसे टाल दिया गया था। अब जब 28-29 अप्रैल को वित्त आयोग हरियाणा का दौरा करने वाला है, तो प्रशासनिक स्थिरता और प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए यह बदलाव लागू किया गया है।
इसके साथ ही यह चर्चा भी तेज हो गई है कि अब राज्य सरकार जल्द ही आईएएस और एचसीएस अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग की लिस्ट भी जारी कर सकती है। इनमें कई विभागों के प्रशासनिक सचिव, विभागाध्यक्ष और उपायुक्त बदले जा सकते हैं। खासकर स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, और वित्त विभाग में बड़े बदलाव संभव हैं। यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुधीर राजपाल को वित्तायुक्त (राजस्व) की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की हाल ही में हुई मुलाकात को भी इन बदलावों का संकेतक माना जा रहा है। माना जा रहा है कि यह पूरा फेरबदल सिर्फ प्रशासनिक नहीं बल्कि राजनीतिक संतुलन का हिस्सा है, जिससे चुनावी साल में प्रदेश की स्थिति मजबूत की जा सके।



