हरियाणा के आईएएस अधिकारी विजय दहिया की मुश्किलें अभी भी कम नहीं हो पाई हैं। आईएएस विजय दहिया के खिलाफ हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई पर कोई स्पष्टता नहीं होने के कारण अभी भी उन्हें कोई पोस्टिंग सरकार ने नहीं दी है। जबकि दहिया 2 महीने पहले ही ड्यूटी पर वापस आ गए थे। एसीबी ने 21 अप्रैल को दहिया और उनकी कथित परिचित पूनम चोपड़ा व हरियाणा कौशल रोजगार निगम के एक अधिकारी के खिलाफ रिश्वत का केस दर्ज किया था।
आईएएस विजय दहिया ने केस दर्ज होने के 3 महीने बाद 30 जुलाई को मुख्य सचिव ऑफिस में रिपोर्ट की थी। उनके मामले में सरकार की ओर से भी अभी तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है, जबकि दहिया सरकार को भी अपने मामले में चिट्ठी लिख चुके हैं। हरियाणा मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी का कहना है कि सरकार के संज्ञान में मामला है, जरूरत पड़ने पर उन्हें पोस्टिंग दी जाएगी।
जांच में मिले विजय दहिया के खिलाफ सबूत
दहिया मामले में एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि जांच जारी है। रिश्वत लेने के मामले में अभी तक की हुई जांच में उनके खिलाफ सबूत मिले हैं, इसलिए केस दर्ज किया गया है। एसीबी के अनुसार दहिया एक सरकारी अधिकारी हैं, वह अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते। एसीबी के सूत्रों के अनुसार जल्द ही एसीबी इस पूरे मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट कर देगी।
दोनों जगह से खारिज हो चुकी जमानत याचिका
पूनम चोपड़ा को 3 लाख रुपए की ट्रैप मनी के साथ गिरफ्तार किया गया था, जो उन्होंने फतेहाबाद के रिंकू मनचंदा से 50 लाख रुपए के बिलों को पास कराने के लिए थे। तब से दहिया ने पंचकूला की जिला कोर्ट के साथ पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका डाल चुके हैं, लेकिन दोनों जगह से उनकी याचिका खारिज की जा चुकी है।