झज्जर में सफाई कर्मियों ने नगर परिषद के अधिकारियों पर 2017 से एरियर न देने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सफाई कर्मचारियों ने सभी अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाई है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
नगर परिषद की ओर से शहर में 113 सफाई कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। साथ ही कर्मचारी शहर को स्वच्छ बनाने का काम कर रहे हैं। लेकिन विभाग की ओर से मिलने वाला साबुन और तेल भी उन्हें आठ महीनें से नहीं दिया जा रहा है। उन्हें हर महीने एक लीटर सरसों का तेल व चार टिक्की साबून की दी जाती हैं।
एरियर का आश्वासन देकर मुकर जाते हैं अधिकारी
सफाई कर्मचारियों ने नगर परिषद कार्यालय में कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। उसके बाद भी उनकी मांगो का कोई समाधान नहीं हुआ है। नगरपालिका सफाई कर्मचारी संघ के प्रधान शिवम चावरिया ने बताया कि कई बार अधिकारी और कर्मचारी अपनी मांगों को अवगत करवा चुके हैं।
वहीं नगर परिषद के अध्यक्ष को भी अपनी मांगो का ज्ञापन दे चुके हैं। लेकिन 2017 से ही उनका एरियर नहीं दिया जा रहा है। जब ये धरना प्रदर्शन करते हैं तो अधिकारी उनकी मांगो को मानने के लिए हां कर देते हैं लेकिन बाद में मुकर जाते हैं।
सफाई कर्मचारियों को करना पड़ता है परेशानियों का सामना
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि कई साल से नगर परिषद की ओर से सफाई कर्मचारियों को उनका एरियर नहीं दिया गया है जो की लाखों रुपये बनता हैं। कई जिलों में एरियर मिल चुका है लेकिन झज्जर प्रशासन की ओर से एरियर और अन्य सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। अगर एरियर सफाई कर्मचारियों को मिल जाता है तो उन्हें काफी लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी।
लेकिन सरकार उनकी मांगो को नहीं मान रही है। सफाई कर्मियों का कहना है कि उन्हें नगर परिषद की तरफ से न तो ड्रेस दी जा रही है और न ही जूते दिए जा रहे हैं। इस वजह से सफाई कर्मचारियों को काम करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो सभी कर्मचारी हड़ताल पर जा सकते हैं।