हरियाणा के Karnal के बलड़ी गांव के युवक राहुल का अमेरिका में ही हिंदू रीति अनुसार दाह संस्कार किया गया। युवक की मौत 29 मई को सड़क हादसे में हो गई थी। उनका परिवार पर्याज डिलीवरी कार्यकर्ता था। परिवार ने LED स्क्रीन पर दाह क्रम लाइव देखा। राहुल के मां-बाप, बहन और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने शव को भारत लाने की कोशिश भी की गई, लेकिन यह संभव नहीं हो सका।
बता दें कि मृतक राहुल के पिता सुभाष ने 8 महीने पहले अपने इकलौते बेटे राहुल को 50 लाख खर्च करके अमेरिका भेजा था। करीब 2 महीने पहले ही उसे वॉशिंगटन में पार्सल डिलीवरी का काम मिला था। यहां वह पार्सल वाली गाड़ी चलाता था।29 मई (भारत में 30 मई) की रात 9 बजे राहुल रेड लाइट पर गाड़ी में था। उसी दौरान दूसरी तरफ से तेज रफ्तार कार आई और राहुल की गाड़ी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी की राहुल की मौके पर ही मौत हो गई।
कैसे मिली हादसे की जानकारी
राहुल जब वॉशिंगटन में घर नहीं पहुंचा तो उसके रिश्ते में भाई लगने वाले रमन ने उसे कॉल की। नंबर बंद आने पर रमन ने अपने साथियों के साथ राहुल की तलाश शुरू कर दी। रेड लाइट पर उसकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हालत में मिली। इसके बाद सभी युवक तुरंत पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां उन्हें पता चला कि सड़क हादसे में राहुल की मौत हो चुकी है। इसके बाद बलड़ी गांव में परिवार को राहुल की मौत की जानकारी दी। राहुल के पिता ने सरकार से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई और परिवार की भी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह बेटे का शव अपने दम पर भारत लेकर आ सके। पिता सुभाष ने बताया कि राहुल का दाह संस्कार अमेरिका में ही करवाया गया है, अब अस्थियां मंगवाई जाएगी ताकि उनको यहां गंगा में प्रवाहित करवाया जा सके और आगामी क्रिया शुरू हो सके।