प्रदेश की सड़कों पर अक्सर देखने को मिलता है कि जहां भी सड़क एवं बस स्टॉप पर स्कूल व कॉलेज के छात्र-छात्राओं की भीड़ लग जाती है, हरियाणा रोडवेज की बसों को ड्राईवर एवं कंडक्टर द्वारा वहां पर नहीं रोका जाता है। जिसके कारण स्कूल एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं को अन्य वाहनों का सहारा लेना पड़ता है।
ऐसा ही माजरा पंचकूला के माजरी चौक पर हरियाणा रोडवेज के बस चालक को करना उस समय भारी पड़ गया, जब चौक पर खड़े छात्रों की भीड़ देखने के बाद चालक ने बस को आगे बढ़ा लिया। वहीं पीछे से हरियाणा परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की गाडी आ रही थी, जिसमें से सारा मंजर देखते हुए मंत्री मूलचंद शर्मा ने अपनी एवं पुलिस की गाडी को बस के आगे लगवाकर रूकवाया और बस चालक-परिचालक को लताड़ लगाते हुए छात्रों को बस में चढ़वाया। माफी मांगने के बाद चालक बस को लेकर पंचकूला बस अड्डे के लिए रवाना हुआ। इस सारी घटना का वीडियो वायरल हो गया।
मंत्री के बुलाते ही चालक ने जोड़े हाथ
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने जब बस चालक को गाडी के पास बुलाया, तो वहां पहुंचते ही चालक हाथ जोड़कर खड़ा हो गया। जिस पर मंत्री ने चालक से कहा कि भविष्य में इस प्रकार की गलती को दोबारा मत दोहराना। बस को निर्धारित स्टॉप पर रोकना डयूटी है और छात्र-छात्राएं जहां भी खड़े हो, वहां बस रोक कर उन्हें बैठाने का काम करें। चालक ने कहा कि भविष्य में ऐसी गलती दोबाना नहीं होगी।
छात्र-छात्राएं सफर के दौरान चलाते है पास
ड्राईवर एवं कंडक्टर द्वारा ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि स्कूली एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं के पास आने-जाने का पास बना होता है, जो कि उन्हें स्कूल एवं कॉलेज द्वारा कम राशि में बनाकर दिया जाता है और छात्र-छात्राओं के गांव के अड्डे पर बस को रोकना पड़ता है।
पास की सवारियों को बैठाने के बाद नहीं करनी पड़ती मेहनत
रोडवेज बस चालक दूर की सवारियों को बस में बैठाकर अधिक खुश होते है, क्योंकि ऐसा करने से उन्हें अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। यदि उनके द्वारा हर गांव की सवारियों को बैठाया जाएगा, तो उन्हें बार-बार अपनी सीट से उठकर टिकट भी काटनी पड़ेगी और बस को भी बार-बार रोकना पड़ेगा।