Haryana में MBBS परीक्षा के घोटाले को लेकर प्रदेशभर में हलचल मच गई है। राज्य सीआईडी ने अब तक की गई जांच रिपोर्ट तलब की है, जबकि पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (UHS) ने तीन निजी कॉलेजों की परीक्षा केंद्रों को बदलने का निर्णय लिया है। यह कदम मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के रोहतक दौरे से पहले उठाया गया है, जब वे पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, इन कॉलेजों के शिक्षक परीक्षा के दौरान पर्यवेक्षकों के रूप में कार्य कर रहे थे, जिससे घोटाले की आशंका बढ़ गई थी। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक छात्र ने इसकी शिकायत की, जिसके बाद जांच समिति का गठन कर दिया गया है। समिति एक महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
बड़ी खबर यह है कि परीक्षा में कथित धांधली करने वाले दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है, और तीन आउट सोर्स कर्मचारियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं। आरोप है कि इन कर्मचारियों ने छात्रों से पेपर पास कराने के बदले 3 से 5 लाख रुपये की रिश्वत ली थी।
इस मामले की जांच तेज़ी से चल रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि हरियाणा में पेपर लीक माफिया सरकार की सह पर सक्रिय है। उन्होंने भाजपा सरकार पर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।