Panipat के सेक्टर-50 में बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी से नाराज हुडा सेक्टरवासी पिछले 50 दिनों से धरने पर बैठे हैं। जिला संयोजक बलजीत सिंह और सेक्टर-10 के प्रधान सतपाल सिंह ने सेक्टर-7 व 50 के RWA पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि शुभांगन हाउसिंग प्रोजेक्ट और बिजली विभाग ने बिना किसी अनुमति और जानकारी के रात के अंधेरे में केबल डाल दी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मुद्दे पर कई बार प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 50 दिनों से जारी धरने के बावजूद प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। मजबूर होकर सेक्टरवासी 25 जनवरी को एक बड़े कैंडल मार्च के आयोजन की तैयारी कर रहे हैं।
सफाई व्यवस्था और सीवर प्रबंधन पर सवाल
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पिछले दो साल से सेक्टर-7, 8, 18, 24 और 40 में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी है। सीवर समस्या को लेकर भी कोई समाधान नहीं निकाला गया। सेक्टरों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट न होने से हजारों लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
पानी की बर्बादी पर भी उठाए सवाल
जिला संयोजक ने कहा कि पानीपत में सीवेज का 13.50 करोड़ लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रशासन को इस बारे में कई बार अवगत कराया, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
विभागीय जिम्मेदारी तय करने की मांग
संयोजक ने कहा कि हुडा सेक्टरों को तीन अलग-अलग विभागों में बांट दिया गया है—HSVP, HSIIDC और नगर निगम। इससे प्रशासनिक जवाबदेही खत्म हो गई है। मांग की गई कि हुडा सेक्टरों को एक ही विभाग के अधीन किया जाए ताकि विकास कार्य सुचारू हो सकें।
धरने पर बैठे लोगों का एक ही नारा – जो काम करेगा, वही जिंदाबाद
अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो प्रदर्शनकारी व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार के मुद्दे भी उठाएंगे। संयोजक ने कहा कि शिक्षा मंत्री महीपाल ढाडा से उन्हें न्याय की उम्मीद है।