(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) पानीपत के खंड Samalkha के राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्रशिक्षण शिविर के तीसरे बैच के समापन होने के चलते समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी बिजेंदर नरवाल समारोह में उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों के द्वारा सबसे पहले मूर्त रूप में शिक्षा देनी चाहिए उसके बाद अमूर्त रूप में शिक्षा देनी चाहिए ताकि बच्चे आसानी से समझ सके। इससे बच्चा आसानी से समझ सकेगा और उसकी पकड़ भी मजबूत बनेगी।
इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी नीलम कुंडू व खंड संसाधन अधिकारी अनीता गर्ग ने कहा कि सभी बच्चों को उनके स्तर के अनुसार विभाग द्वारा निर्धारित शब्दों, वाक्यों व संख्याओं का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है। उन्होने कहा कि निपुण भारत कार्यक्रम के दिशा निर्देश में साक्षरता कौशल के निर्माण के लिए रोल प्ले के महत्व पर जोर दिया गया है। रोल प्ले को भाषा शिक्षण की ऐसी प्रभावी गतिविधि माना गया है जो कि छात्रों में अभिव्यक्ति की दक्षता को विकसित करने में सहायता प्रदान करता है।
ये सब रहे मौजूद
केआरपी हरीश सोहेल, रेनू बेनीवाल, संतोष, बबीता ने सयुंक्त रूप से बताया कि अध्यापकों द्वारा शिक्षक-संदर्शिका की पाठ योजना के आधार पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्य पुस्तिका में ही बच्चों का मूल्यांकन किया जाएगा। इस अवसर पर राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्य दुर्गा देवी, डाइट पानीपत से तकदीर, यशपाल एबीआरसी बलराज, बीआरपी प्रवीण मुवाल,अध्यापक नारायण, राजपाल, प्रदीप, अनुराधा, हीना, नवीन, रविंद्र, राकेश, मीनाक्षी, प्रीति, पुष्पा सहित अन्य अध्यापक-अध्यापिकाएं भी मौजूद थे।