Haryana के हिसार में शुक्रवार को कष्ट निवारण समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता पंचायती राज मंत्री कृष्णलाल पंवार ने की। इस बैठक में कुल 19 शिकायतों पर सुनवाई की गई, जिनमें से 13 का समाधान मौके पर ही कर दिया गया। यह बैठक पिछली बैठक के चार महीने बाद आयोजित की गई थी, जिसमें तत्कालीन मंत्री अनिल विज ने अध्यक्षता की थी।
बैठक के दौरान, मंत्री पंवार ने ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO) के खिलाफ गंभीर आरोपों पर जांच के आदेश दिए। BDO पर भाजपा नेता को लेकर कथित रूप से यह कहा गया था कि “तू CM का साला होता, तो भी तेरा काम नहीं होता”। इस पर मंत्री ने तुरंत BDO को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे, लेकिन बाद में इसे वापस लेकर जांच के आदेश दिए।
भारी विवाद में भाजपा नेता मनदीप मलिक की उपस्थिति
इस बैठक में एक और विवाद तब सामने आया जब भाजपा नेता मनदीप मलिक, जिन पर एक युवती के साथ गैंगरेप का आरोप है, बैठक में पहुंचें। उन्हें मंत्री के सामने सबसे अगली पंक्ति में बैठाया गया, जबकि उनके बिल्कुल सामने SP भी मौजूद थे। इस घटना में खास बात यह है कि रेप पीड़िता ने कई बार SP को शिकायत दी थी, लेकिन अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
गैंगरेप और नशीला पदार्थ डालने का आरोप
पिछले महीने हिसार में एक मेकअप आर्टिस्ट से गैंगरेप का मामला सामने आया था। महिला ने भाजपा नेता मनदीप मलिक और प्रॉपर्टी डीलर प्रदीप सहरावत पर आरोप लगाया था कि दोनों ने उसे घर दिलाने के बहाने होटल में बुलाया और वहां कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ बलात्कार किया।
पुलिस कार्रवाई और आरोपी का खंडन
पुलिस ने मामले के बाद 22 अक्टूबर को युवती का मेडिकल कराया और बयान दर्ज किया। CCTV फुटेज की जांच के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। हालांकि, भाजपा नेता मनदीप मलिक ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए दावा किया कि दूसरा प्रॉपर्टी डीलर जानबूझकर उन्हें फंसा रहा है। अब यह देखना होगा कि इस मामले में पुलिस और सरकार की कार्रवाई कितनी गंभीर होती है और क्या आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है।