वर्ष 2016 के जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हरियाणा के तत्कालीन वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की कोठी में आगजनी के मामले को लेकर Rohtak के खाप प्रतिनिधि शनिवार को पंचकूला स्थित सीबीआई कोर्ट और सीबीआई ऑफिस पहुंचे। प्रतिनिधियों ने इस केस की मौजूदा स्थिति और कानूनी कार्यवाही की जानकारी ली।
सीबीआई डीआईजी से की मुलाकात
खाप प्रवक्ता कैप्टन जगबीर मलिक ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में सीबीआई डीआईजी से मुलाकात की और केस की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी। डीआईजी ने जवाब दिया कि केस की गहराई से स्टडी करने के बाद ही अगली कार्रवाई स्पष्ट की जा सकती है। फिलहाल, कानूनी सलाहकारों से राय ली जा रही है।
सीबीआई कोर्ट में याचिका दायर
इस मामले में पहले दर्ज दो एफआईआर को एक साथ जोड़ने और केस के शीघ्र निपटारे के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता जितेंद्र हुड्डा के माध्यम से कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। खाप प्रतिनिधियों ने कोर्ट से अपील की कि वर्षों से लंबित इस केस को जल्द सुलझाया जाए।
आगजनी की घटना और अब तक की स्थिति
ज्ञात हो कि 2016 के जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान कैप्टन अभिमन्यु की सेक्टर-14 स्थित कोठी को आग के हवाले कर दिया गया था। उस समय उनका परिवार घर में मौजूद था, जिसे मुश्किल से बाहर निकाला गया। घटना के बाद कुल 65 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इनमें से 58 को जमानत मिल चुकी है और शेष केस समाप्त हो चुके हैं। एक मामला अब भी सीबीआई के अधीन विचाराधीन है।