हरियाणा के सिरसा में नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के 4 कर्मचारी अपनी मांगें पूरी न होने से नाराज होकर सोमवार सुबह लघु सचिवालय के पास 150 फीट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़ गए। जैसे ही अन्य कर्मचारियों को इस घटना की जानकारी मिली, वे भी जलघर पहुंचे और धरना शुरू कर दिया।
NHM कर्मचारियों के पानी की टंकी पर चढ़ने की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम, फायर ब्रिगेड, और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। इससे पहले, सिरसा में कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम खून से पत्र लिखकर अपनी मांगें पूरी करने की अपील की थी। उनका कहना था कि वे 10 दिनों से धरना दे रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही
कर्मचारियों का वीडियो संदेश
पानी की टंकी पर चढ़े यूनियन के जिला प्रधान कुंदन गावड़िया ने वीडियो जारी कर बताया कि हरियाणा के 16 हजार कर्मचारी पिछले 10 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे थे। सोमवार सुबह करीब 2 बजे, वे चार कर्मचारी पानी की टंकी पर चढ़ गए और तब तक नहीं उतरेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं।
सेवाओं को बंद कर विरोध प्रदर्शन
NHM कर्मचारी कई सालों से स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही। इसके विरोध में NHM के तहत चलने वाली सभी सेवाओं को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है, जिसमें लेबर रूम, नर्सरी, केएमसी यूनिट, रेफरल ट्रांसपोर्ट, मेंटल हेल्थ, स्कूल हेल्थ, टीबी और आयुष विभाग के कार्य शामिल हैं।
कर्मचारियों की मुख्य मांगें
- NHM कर्मचारियों को पक्का कर्मचारी घोषित किया जाए।
- सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाए।
- सर्विस रूल के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए।
- कैश-लेस मेडिकल सुविधा दी जाए।
- एलटीसी, ग्रेच्युटी और एक्स ग्रेशियर पॉलिसी का लाभ दिया जाए।
- सेवा के अनुसार ईएलए स्टडी लीव, ट्यूशन फीस का लाभ दिया जाए।
- आयुष्मान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी को लागू किया जाए।
- बांड प्रथा को समाप्त किया जाए।
- ट्रांसफर सुविधा दी जाए।
- वर्ष 2017 से 2024 तक कर्मचारियों द्वारा दी गई हड़ताल अवधि का वेतन जारी किया जाए।