झज्जर जिले के बौंद कलां पुलिस थाने में नवंबर महीने में हुई दो एफआईआरों की जांच के मामले में जिला पुलिस एसआईटी को अब उच्च अधिकारियों के आदेश पर मामले की जांच करने का दायित्व सौंपा गया है। घटना एक प्रेम विवाह से जुड़ी हुई है, जिसमें पति को गांव उण में गोली मार दी गई थी।
मामले में पुलिस ने एक आरोपी को 18 नवंबर को हथियार सहित काबू किया था, जिसने दावा किया कि वह सबूत मिटाने के लिए जा रहा था और उसने पुलिस पर फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई के दौरान उसके पैर में गोली लगी और उसे पकड़ा गया। इस प्रकार के घटनाओं के बाद आरोपी के परिजनों ने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर के आरोप लगाए हैं। मामले की जांच के लिए जिला पुलिस एसआईटी को सौंपा गया है, जो उच्च अधिकारियों के आदेश पर इसे निर्देशित करेगा। प्रेम विवाह करने वाले दंपती को गांव उण में 14 नवंबर को गोली मारने के मामले में बौंद कलां पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद आरोपी सोनू को पुलिस ने 18 नवंबर को हथियार सहित काबू किया था।
पुलिस पर भी आरोपी ने की थी फायरिंग
पुलिस ने दावा किया कि आरोपी सबूत मिटाने के लिए जा रहा था और उसने पुलिस पर फायरिंग की थी, जिसके दौरान उसके पैर में गोली लगी और वह पकड़ा गया। इस संबंध में दूसरे आरोपी ने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर के आरोप लगाए हैं। मामले में दंपती को गोली मारने के आरोपी सोनू को पुलिस ने 18 नवंबर को पकड़ा था और उसके परिजनों ने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर के आरोप लगाए हैं।
दो पुलिस कर्मचारियों को किया गया सस्पेंड
आरोपी के परिजनों ने 8 जनवरी को एसपी को शिकायत दी थी, जिसके बाद संबंधित दो पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। इसके बाद जांच की मांग को लेकर धरना देने वाले लोगों को खदेड़ते हुए पुलिस ने उन्हें धरना स्थल से हटा दिया और एक और धरना स्थल में जमा कर दिया। धरना देने वाले लोग मामले की गहराईयों की जांच की मांग कर रहे है।