प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिव्यांगों की मदद के लिए सप्ताह में पांच दिनों में उनके प्रमाण-पत्र बनवाने व अपडेट करने की सुविधा प्रदान की है। विभाग से मिले निर्देशों के बाद जिले के नागरिक अस्पताल में प्रमाण-पत्र बनाने का काम चिकित्सकों व सिविल सर्जन कार्यालय ने शुरू कर दिया है। जिसके बाद दिव्यांगो ने राहत की सांस ली है। विभाग की तरफ से समय-समय पर सुविधाओं को बेहत्तर करने का काम किया जा रहा है।
प्रदेश की सरकार अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिए बेहतरीन कदम उठा रही है और इसी के चलते पहले सप्ताह में एक दिन दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए जाते थे, अब सप्ताह में 5 दिन बनाए जाने लगे हैं और अब दिव्यांगों को भी काफी राहत है। गौरतलब है कि जिले के नागरिक अस्पताल सहित प्रदेश के अन्य अस्पतालों में बुधवार के दिन दिव्यांग प्रमाण-पत्र बनाने का काम किया जाता था। अस्पतालों में बुधवार के दिन चिकित्सकों का पैनल एक साथ बैठत था। जो दिव्यांगों के प्रमाण-पत्र बनाने का काम शुरू किया जाता था।
सोमवार से शुक्रवार तक के भेजे निर्देश
प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में संज्ञान लेते हुए सप्ताह में सोमवार से लेकर शुक्रवार तक दिव्यांग प्रमाण-पत्र बनाने के निर्देश मुख्यालय से प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में भेजे है। जिसके बाद से जिले के नागरिक अस्पताल में उक्त सुविधा को शुरू कर दिया है। दिव्यांग ओपीडी के समय में सुबह आठ बजे से दोपहर 2 बजे तक अपने कागजी कार्यवाही को पूरा करवा सकते है।
एक ही दिन प्रमाण पत्र को लेकर लगती थी भीड़
नागरिक अस्पताल में बुधवार के दिन पैनल के तौर पर चिकित्सक बोर्ड का गठन करके दिव्यांग प्रमाण-पत्र की प्रक्रिया को अमल में लाते थे। बुधवार के दिन अस्पताल में प्रमाण-पत्र बनवाने वालों की भीड़ हो जाती थी। जिसके चलते उन्हें परेशानी के साथ दिक्कतों का सामना करने पर मजबूर होना पड़ता था। सरकार के दिशा-निर्देश मिलने पर दिव्यांगों को सुविधा प्रदान की है, ताकि उन्हें किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
उचत कदम उठाने का किया जा रहा काम
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. कृष्ण कुमार ने कहा कि दिव्यांग प्रमाण-पत्र सोमवार से शुक्रवार ओपीडी समय में बनाने का निर्देश मिले है। जिसके बाद से ओपीडी में तैनात चिकित्सकों को आदेश जारी कर दिए है। इस संबंध में प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। किसी प्रकार की परेशानी दिव्यांगों को न हो उसके लिए उचित कदम उठाने का काम किया जा रहा है।