Sonipat में एक व्यक्ति को एक्सीडेंट का केस दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने और अधिकारियों के चक्कर काटने पड़े। दुर्घटना करने वाली गाड़ी का ड्राइवर मौके पर पकड़ा गया था, लेकिन पुलिस के एएसआई रविंद्र कुमार पर आरोप है कि उन्होंने मिलीभगत करके आरोपी को छोड़ दिया और केस दर्ज करने से मना कर दिया।
घटना 21 जुलाई की है, जब मनबीर सैनी अपनी कार लेकर सुबह खेतों जा रहे थे और सोनीपत रोड पर बंसी होटल के पास उनकी कार को एक यूपी नंबर की बोलेरो पिकअप ने टक्कर मार दी। हादसे में उनकी कार को काफी नुकसान हुआ। पुलिस को सूचना देने पर आरोपी ड्राइवर नूर आलम को मौके पर ही पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया था, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया और मनबीर सैनी की शिकायत पर कार्रवाई नहीं की।
कार्यवाही नहीं की तो कोर्ट का रूख करेंगे
मनबीर ने एक महीने तक पुलिस थाने के चक्कर लगाए, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। एएसआई रविंद्र का व्यवहार भी उनके प्रति ठीक नहीं था और उन्होंने कहा कि ‘इंश्योरेंस से ठीक करवा लो, पुलिस स्टेशन के चक्कर काटने में कुछ नहीं रखा है।’
मनबीर ने आखिरकार पुलिस के अधिकारियों से शिकायत की, जो एसीपी जीत बैनीवाल तक पहुंची। इसके बाद एसीपी के आदेश पर अब केस दर्ज किया गया है और आरोपी ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। हालांकि, एएसआई रविंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की गई है और उसकी विभागीय जांच की जा रही है। मनबीर ने कहा कि अगर पुलिस एएसआई के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है, तो वह कोर्ट का रुख करेंगे।