सोनीपत में डीसी डॉ. मनोज कुमार ने अधिकारियों को मीटिंग में निर्देश दिए कि जिला में विभिन्न योजनाओं और सीएम घोषणाओं को लेकर किए जा रहे विकास कार्यों में तेजी लाएं। जिससे सभी कार्य जल्द पूरे हो और लोगों को सुविधाएं हो सके।
उन्होंने कहा कि अगर किसी कार्य को करने में कोई परेशानी आ रही है तो संबंधित अधिकारी उनसे बात करें। ताकि उस परेशानी को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि इन कार्यों को पूरा करवाने में किसी प्रकार की ढिलाई न करें अधिकारी अन्यथा संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों की मूलभूत सुविधाओं से संबंधित कार्यों को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता के साथ पूरा करवाएं। इन कार्यों को पूरा करवाने के लिए जिला प्रशासन का पूर्ण सहयोग मिलेगा। उन्होंने विभागों को निर्देश दिए कि आप द्वारा जिस क्षेत्र में बड़े प्रोजेक्टों पर कार्य किया जा रहे है उसके बारे में वहां के विधायक और जनप्रतिनिधि को इसके बारे में जरूर अवगत करवाएं ताकि वो भी इन कार्यों को लेकर अपने सुझाव दे सकें।
उपायुक्त ने बिजली विभाग के एसई को निर्देश दिए कि जिला में बिजली व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए वे एक योजना बनाएं कि किसी गांव में पावर स्टेशन बनना है। ताकि वहां पर बिजली की आपूर्ति अच्छी प्रकार से हो सके। इन पावर स्टेशनों के निर्माण के लिए उन गांवों में बिजली विभाग को उचित पंचायती जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी। जिससे कार्यों को पूरा करने में कोई परेशानी न हो।
उपायुक्त ने शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहरों में अगर कोई डेयरी संचालक पशुओं का गोबर सीवरेज में डाल रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए उसके कनेक्शन बंद करें और उसका चालान करें। उन्होंने कहा कि सीवरेज में पशु गोबर डालने से सीवरेज ब्लॉक हो जाते है, जिससे अन्य लोगों को भी परेशनी का सामना करना पड़ता है।
बैठक में उपायुक्त ने मुरथल ढाबों से निकलने वाले स्टॉंग वाटर की उचित व्यवस्था के लिए बनाएं जा रहे एसटीपी के कार्य की समीक्षा करते हुए नगर निगम आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। जिसमें संबंधित विभाग और ढाबा एसोसिएशन के प्रधान शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि यह कमेटी जांच करेंगी कि इस स्टॉंग वाटर को एसटीपी तक पहुंचाने के लिए क्या व्यवस्था की गई है और आगे क्या करने की जरूरत है। ताकि ढाबों का स्टॉंग वाटर अच्छी तरह एसटीपी तक पहुंच सके और ढाबों पर किसी प्रकार की परेशानी न हो। इस दौरान उन्होंने काडा विभाग से संबंधित कार्यों की भी समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि बाढ प्रबंधन के लिए जिला में किए जा रहे कार्यों को तेजी से पूरा करवाएं ताकि बरसाती सीजन के दौरान लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और आसानी से बरसाती पानी की ड्रेनों के माध्यम से निकासी हो सके। उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न गांवों में पेयजल को लेकर किए जा रहे कार्यों को तेजी से पूरा करवाएं ताकि जिला के किसी गांवों में पेयजल को लेकर कोई समस्या न रहे।
इस मौके पर सीईओ जिला परिषद राकेश सैनी, सिंचाई विभाग के एसई आरके बुधवाल, बिजली विभाग के एसई जीतूराम तंवर, जनस्वास्थ्य विभाग से एसई राजीव गुप्ता, डीडीपीओ जितेन्द्र कुमार, एक्सईएन नवीन कुमार गौयत, बिजली विभाग से एक्सईएन अश्वनी कौशिक, सिंचाई विभाग के एक्सईएन गुलशन कुमार, पंचायती विभाग से एक्सईएन कुलबीर फौगाट सहित संबंधित सभी अधिकारी मौजूद रहे।