Sonipat में मजदूर संगठन सीटू से जुड़ी आशा, आंगनबाड़ी, क्रैच, मिड डे मील वर्करों ने कोलकाता में मेडिकल छात्रा के साथ हुए बलात्कार और जघन्य हत्या के विरोध में और महिलाओं पर बढ़ती हिंसा को रोकने की मांग करते हुए शहर में रोष प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने उपायुक्त सोनीपत के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा।
सुबह 11 बजे, वर्कर्स पंचायत भवन, सोनीपत में इकट्ठा हुए और वहां से नारेबाजी करते हुए उपायुक्त कार्यालय की ओर बढ़े। वहां धरना स्थल पर एक सभा का आयोजन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने सीटू के बैनर और झंडे लेकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की।
महिला सुरक्षा पर चिंता
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सीटू की प्रधान अनीता, राज्य अध्यक्ष सुरेखा, और वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न, बलात्कार और हत्याओं की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जो बेहद चिंताजनक है। कोलकाता में अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
महिलाओं के कार्यस्थलों की सुरक्षा की मांग
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद यौन उत्पीड़न विरोधी कमेटियों का गठन नहीं किया गया है। उन्होंने सरकार से मांग की कि कोलकाता की घटना के दोषियों को फांसी दी जाए, चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा के लिए कानून बनाए जाएं, और कार्यस्थलों पर यौन उत्पीड़न रोकथाम कानून का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।
संबोधन और ज्ञापन सौंपने की कार्रवाई
सभा में एडवोकेट श्रद्धानंद सोलंकी, शिलकराम मलिक, रामनिवास राणा, सतबीर धनकड़, रणबीर मलिक, सुर्जावती, सोना देवी, उषा देवी, सुदेश कुमारी, कृष्णा देवी, सविता मलिक, कविता दहिया और सुमन सहित अन्य लोगों ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। अंत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा गया।