पूर्व उप प्रधानमंत्री स्वर्गीय ताऊ देवी लाल की 110वीं जयंती पर सोमवार को चौटाला परिवार एक बार फिर अलग-अलग शक्ति प्रदर्शन करने जा रहा है। इनेलो से निकली जजपा जहां राजस्थान में राजनीतिक जड़े जमाने की कोशिश में लगी है, वहीं इनेलो सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे अभय सिंह चौटाला कैथल में आयोजित होने वाले सम्मान दिवस समारोह में राजनैतिक दलों को एक मंच पर लाकर अपना शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे हैं। जिसके लिए अभय चौटाला विपक्षी दलों को न्योता भी दे चुके हैं। उधर हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला राजस्थान के सीकर जिले में किसान विजय सम्मान दिवस रैली में अपना राजनैतिक दम दिखाकर शक्ति प्रदर्शन करेंगे।
हरियाणा के कैथल में आज होने वाले इनेलो के सम्मान दिवस समारोह को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार दोपहर इनेलो नेत्री सुनैना चौटाला समारोह स्थल पर तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहुंची थी। इस दौरान सुनैना चौटाला ने कहा था कि इनेलो कार्यकर्ता लाखों लोगों को रैली में लाने के लिए गांव-गांव घूम रहे हैं। रैली में पहुंचने के लिए कार्यकर्ताओं के लिए हजारों बस व अन्य वाहनों का प्रबंध भी किया गया है।
साथ ही सुनैना चौटाला ने दावा किया था कि इनेलो की 25 सितंबर को कैथल में होने वाली रैली ऐतिहासिक होगी। जिससे विरोधियों के माथे पर अभी से चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी हैं। रैली में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पहुंचकर इनेलो की मजबूती का प्रमाण देंगे। रैली में आने वाले लोगों के लिए हजारों की संख्या में कुर्सियां लगाई हैं। रैली स्थल के पास ही एक हेलीपैड भी बनाया गया है, ताकि दूसरे राज्यों से आने वाले विभिन्न दलों के नेताओं के हेलिकॉप्टर को रैली स्थल के पास ही उतारा जा सके। वहीं रविवार शाम को इनेलो नेता अर्जुन चौटाला ने सम्मान दिवस रैली को लेकर नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी।

वहीं राज्य स्तरीय सम्मान दिवस रैली की कमान संभालने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला देर शाम कैथल लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह पहुंचे। उनके यहां पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। बता दें कि आज होने वाली सम्मान दिवस रैली में में पहुंचने से पहले सभी अतिथियों के यहीं पहुंचने की बात कहीं जा रही है।

क्या अब एक मंच साझा करेगी कांग्रेस-इनेलो
कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वर्षों से एक-दूसरे के सामने डटकर राजनीति कर रही कांग्रेस और इनेलो अब एक मंच साझा कर सकती है। वहीं इस तथ्य को इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच हुई मुलाकात से बल मिला है। इनेलो नेता अभय चौटाला ने खुद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलकर उन्हें रैली के लिए आमंत्रित किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अभय चौटाला के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए उन्हें शुभकामनाएं भी दी हैं। हालांकि रैली में शामिल होने की बात पर उन्होंने पार्टी स्तर पर इसका फैसला लेने की बात कहीं है।
पिता का 37 साल पुराना इतिहास रचने जा रहे रहे पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला
सबसे बड़ा सवाल यह सामने आ रहा है कि क्या 87 वर्षीय बुजुर्ग ओमप्रकाश चौटाला अपने पिता ताऊ देवीलाल का पुराना इतिहास रचने जा रहे हैं। लोगों में मन में विचार है कि क्या ओमप्रकाश चौटाला स्व. ताऊ देवीलाल की तरह समस्त विपक्ष को एक मंच पर लाने का इतिहास दोहरा पाएंगे। इस विषय को लेकर प्रदेश के लोगों सहित राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के मन में ही विचार चल रहा है। जिसको लेकर सभी को सम्मान दिवस रैली के होने का इंतजार है। बता दें कि रैली को लेकर इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला की ओर से बड़े दावे किए गए हैं। उनका कहना है कि इस रैली में देश-प्रदेश के 80 प्रतिशत विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे। वहीं इनेलो के प्रधान महासचिव और ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला कैथल में सम्मान रैली के बहाने दिग्गजों को एक मंच पर लाकर राजनीतिक संदेश देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। रैली में इनेलो सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला आईएनडीआए में शामिल होने पर भी अपने पत्ते खोल सकते हैं।
इन विपक्षी दलों के नेताओं को भेजा गया है निमंत्रण
कैथल में सोमवार को होने जा रही सम्मान दिवस रैली को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं को निमंत्रण दिया गया है। हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रैली में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करेंगे। साथ ही बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, एनसीपी नेता शरद पवार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल, सीताराम येचुरी सहित भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह जैसे राजनीति के बड़े चेहरों को आमंत्रित किया गया है। इतना हीं नहीं, इनेलो की ओर से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को भी रैली के लिए न्योता भेजा गया है। अब रैली में कितने दलों के दिग्गज नेता भाग लेंगे, यह तो वक्त ही बता पाएगा।

इनेलो की दशा बदलने के साथ कई मायनों में महत्वपूर्ण होगी सम्मान दिवस रैली
कैथल में होने जा रही सम्मान दिवस रैली से इनेलो की भी दशा बदल सकती है। इनेलो की ओर से इस इतिहास को दोहराने के प्रयास भी शुरू हो गए हैं। अभय सिंह चौटाला ने खुद इस रैली के लिए I.N.D.I.A गठबंधन के सभी दलों के बड़े चेहरों को निमंत्रण दिया है। बता दें कि हरियाणा में लोकसभा चुनाव से ठीक 6 माह और विधानसभा चुनाव से करीब एक साल पहले ताऊ देवीलाल की 110वीं जयंती पर कैथल में होने जा रही रैली कई मायनों में महत्वपूर्ण होगी। यदि सब कुछ संभावनाओं के अनरूप हुआ तो रैली प्रदेश की राजनीति को नई दिशा दे सकती है।
सम्मान दिवस रैली को लेकर प्रदेश के शीर्ष नेताओं की बढ़ी बेचैनी
हरियाणा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल अभी से शुरू हो गई है। इसी कड़ी में I.N.D.I.A गठबंधन में इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के शामिल होने की अटकलों के बीच इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कुछ ऐसा किया है, जिससे हरियाणा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में बेचैनी पैदा हो गई है। सोमवार को इनेलो के संस्थापक चौधरी देवीलाल की जयंती के मौके पर अभय सिंह चौटाला कैथल में अपनी सात महीने की परिवर्तन पदयात्रा को वश्राम देंगे। जिसके तहत भी रैली का आयोजन किया गया है। इससे पूर्व इनेलो की पदयात्रा 24 फरवरी से शुरू हुई थी। जिसके तहत अभय चौटाला अब तक 82 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं।
जजपा और इनेलो की तनातनी जगजाहिर
इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी (जजपा) बनाने वाले दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला की अपने चाचा अभय सिंह चौटाला से तनातनी जगजाहिर है। दोनों ही पार्टियां ताऊ देवीलाल की राजनीतिक विरासत पर दावा करते हुए खुद को उनका वास्तविक उत्तराधिकारी बताती रही हैं। राजस्थान के विधानसभा चुनाव में 25 से 30 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही जजपा ने रैली के लिए सीकर को इसीलिए चुना है क्योंकि वर्ष 1989 के लोकसभा चुनाव में देवीलाल सीकर से जीतकर देश के उप प्रधानमंत्री बने थे।
I.N.D.I.A में हो सकती हैं 29 पार्टियां, विपक्षी दलों के मुख्य चेहरे हैं शामिल
इनेलो की कैथल में होने जा रही सम्मान दिवस रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत विपक्षी गठबंधन इंडिया के कई बड़े चेहरे शामिल होंगे। नीतीश कुमार इनेलो को I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल करना चाहते हैं। गठबंधन में वर्तमान में 28 पार्टियां हैं और INLD के जुड़ने से 29 हो जाएंगी। उधर अभय चौटाला का कहना है कि इनेलो का लक्ष्य भाजपा को बाहर करना है, जो भी पार्टी हमारे साथ आएगी उसका सम्मान किया जाएगा। जिसके चलते इनेलो सम्मान दिवस रैली में कई विपक्षी दलों के बड़े चेहरे शामिल होंगे।