आज Haryana विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने पर चुनाव आयोग फैसला ले सकता है। इस मामले को लेकर दिल्ली में चुनाव आयोग की बैठक बुलाई गई है, जिसमें सभी पहलुओं पर चर्चा के बाद नई तारीख की घोषणा हो सकती है।
चर्चा यह भी है कि चुनाव आयोग 1 अक्टूबर की बजाय 25 सितंबर को वोटिंग करा सकता है, जो जम्मू-कश्मीर में होने वाले दूसरे चरण के मतदान के साथ मेल खाएगा। इससे आयोग को मतगणना की तारीख बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
भाजपा और इनेलो की मांग
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर छुट्टियों और बिश्नोई समाज के धार्मिक कार्यक्रमों का हवाला देते हुए मतदान की तारीख बदलने की मांग की है। पहले यह चर्चा थी कि चुनाव आयोग 7 या 8 अक्टूबर को मतदान करवा सकता है, जिससे जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की मतगणना की तारीख, जो 4 अक्टूबर तय की गई है, में बदलाव हो सकता है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया और बैठक स्थगित
चुनाव की तारीखों में बदलाव की संभावना को देखते हुए कांग्रेस ने दिल्ली में होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक को स्थगित कर दिया है। इस बैठक में बूथ लेवल कमेटियों से दावेदारों का फीडबैक लिया जाना था, जिसे बाद में राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपा जाना था। कांग्रेस अब चुनाव आयोग की घोषणा का इंतजार कर रही है।
भाजपा का पत्र: छुट्टियों का असर
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में बताया कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार और रविवार की छुट्टियां हैं, 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टियां हैं। इस लंबे वीकेंड के कारण लोग बाहर जा सकते हैं, जिससे वोटिंग प्रतिशत कम हो सकता है।
बिश्नोई समाज का धार्मिक कार्यक्रम
बड़ौली ने यह भी बताया कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में आसोज का मेला शुरू होगा, जो बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक आयोजन है। इस मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली से लोग आते हैं। हरियाणा में बिश्नोई समाज की बड़ी आबादी है, जिससे वोटिंग पर असर पड़ सकता है।
इनेलो और बिश्नोई महासभा की मांग
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भी भाजपा की मांग का समर्थन किया है और लिखा कि वीकेंड और छुट्टियों के कारण मतदान पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी हो सकती है। वहीं, अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान की तारीख बदलने की अपील की है।
कांग्रेस और जेजेपी का विरोध
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने भाजपा पर चुनाव टालने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा को हार का डर है और इसीलिए छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालना चाहती है। वहीं, JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भाजपा का जनाधार गिर चुका है और वह चुनाव में हार के डर से तारीख बदलने की कोशिश कर रही है।
बिश्नोई समाज का प्रभाव
बिश्नोई समाज का हरियाणा की 11 विधानसभा क्षेत्रों में बड़ा प्रभाव है। इनमें भिवानी, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिलों के कई गांव शामिल हैं, जिनका चुनाव पर असर पड़ सकता है। राजस्थान, मिजोरम और सिक्किम जैसे राज्यों में भी विभिन्न कारणों से चुनाव तारीखों में बदलाव किए गए हैं। इसी तरह के कारणों को ध्यान में रखते हुए हरियाणा में भी चुनाव तारीख बदली जा सकती है।