हरियाणा BJP में विधानसभा चुनाव के टिकट बंटवारे से पहले विवाद शुरू हो गया है। पार्टी के कई दावेदारों ने आरोप लगाया है कि उनकी टिकट मांगने के बावजूद उनके नाम प्रदेश चुनाव समिति में नहीं बढ़ाए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में उन्हें उनकी बेटी आरती राव के लिए टिकट मांगने को कहा गया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। राव ने स्पष्ट कर दिया कि चुनाव लड़ने और सीट का फैसला उनकी बेटी आरती राव ही करेगी।
भाजपा की पहली सूची तैयार
भाजपा ने अपनी पहली सूची फाइनल कर ली है, जो केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद जल्द ही जारी हो सकती है। इस सूची को लेकर भी कुछ दावेदार असंतुष्ट हैं।
2014 और 2019 में भी टिकट नहीं मिली थी
सूत्रों के अनुसार, राव इंद्रजीत 2014 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद से ही अपनी बेटी आरती राव को चुनाव लड़वाना चाहते थे। लेकिन 2014 और 2019 में उन्हें टिकट नहीं मिली, जिससे राव नाराज बताए जा रहे हैं। इस बार भी उन्हें उम्मीद थी, लेकिन उनके समर्थकों के नाम प्राथमिक सूची में नहीं रखे गए।
केंद्र में कैबिनेट मंत्री नहीं बनने से भी नाराज
राव इंद्रजीत को इस बार केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने की उम्मीद थी, लेकिन भाजपा ने करनाल से सांसद मनोहर लाल खट्टर को यह जिम्मेदारी दी। राव को फिर से केंद्रीय राज्य मंत्री ही बनाया गया, जिससे वे और उनके समर्थक नाराज हैं।
राव के समर्थकों की नाराजगी
राव के करीबी सूत्रों के मुताबिक, उनके समर्थकों ने अहीरवाल के अलावा बांगड़ और जीटी रोड बेल्ट से भी टिकट की मांग की थी, लेकिन उनके नाम प्रदेश चुनाव समिति की प्राथमिक सूची में नहीं थे। इस बात से भी राव इंद्रजीत और उनके समर्थक नाराज बताए जा रहे हैं।