Haryana के 6 जिलों में तेज बारिश शुरू हो गई है। पानीपत, हिसार, यमुनानगर, झज्जर, महेन्द्रगढ़ और भिवानी में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है, खासकर हिसार, यमुनानगर और महेन्द्रगढ़ में।
मौसम विभाग ने 12 जिलों में ओलावृष्टि को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, अंबाला, भिवानी, चरखीदादरी, रोहतक, हिसार, करनाल, सोनीपत, जींद, पानीपत और पंचकूला शामिल हैं। सुबह के समय पानीपत, सोनीपत, पंचकूला और जींद में भी बारिश हुई है।
बारिश के बाद हरियाणा के अधिकतम तापमान में 7.8 डिग्री की गिरावट आई है, जो सामान्य से 3.6 डिग्री कम है। फरीदाबाद में सबसे ज्यादा तापमान 26.0 डिग्री दर्ज किया गया है, जबकि करनाल, कुरुक्षेत्र और रोहतक में तापमान 20 डिग्री से नीचे गिर चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार, 1 मार्च तक बारिश का क्रम बना रहेगा, और हरियाणा के उत्तरी और पूर्वी इलाकों में तेज बारिश, जबकि बाकी क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने की संभावना है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को गेहूं की फसल में पानी न लगाने की सलाह दी है।

फसलों के लिए बारिश फायदेमंद: विशेषज्ञ की राय
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ गेहूं विशेषज्ञ डॉ. ओपी बिश्नोई ने बताया कि बारिश से गेहूं और सरसों की फसल को लाभ मिलेगा। उन्होंने सलाह दी कि 1 मार्च तक बारिश की संभावना को देखते हुए किसानों को फसलों में पानी न लगाना चाहिए। हालांकि, तेज हवाएं और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो सकता है।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश से भारी तबाही
हिमाचल प्रदेश में भी बर्फबारी और बारिश से तबाही मची हुई है। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भारी बारिश के कारण घरों में पानी घुस गया, और नाले में बाढ़ से कई गाड़ियां मलबे में दब गईं। वहीं, बनाला में लैंडस्लाइड के दौरान एक निजी बस मनाली से पठानकोट जा रही थी, जो चपेट में आ गई, जिससे ड्राइवर और कंडक्टर समेत दो यात्री घायल हो गए।
इसके अलावा, भारी बर्फबारी के कारण लाहौल-स्पीति, चंबा और किन्नौर जिले का संपर्क कट गया है। मंडी में होने वाली इंटरनेशनल कल्चरल परेड को भी टाल दिया गया है, जबकि पंडोह डैम का जलाशय पानी से भरने के कारण डेम के गेट खोल दिए गए हैं।