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Yamunanagar में यूरिया की कालाबाजारी का खुलासा

यमुनानगर

Yamunanagar में किसानों को मिलने वाला यूरिया किसानों तक नहीं पहुंच रहा था लेकिन एक बड़े अधिकारी के नेतृत्व में वह यूरिया प्लाई बोर्ड फैक्ट्री तक जरूर जा रहा था और इस बात का खुलासा आज सीएम फ्लाइंग ने किया। हालांकि जब कभी अवैध यूरिया पकड़ा जाता था तो उसके सैंपल सही ढंग से ऊपर नहीं भेजे जाते थे और ऐसे में अभी भी सैंपल कृषि विभाग के कार्यालय में ही पड़े दिखाई दे रहे हैं।

यमुनानगर में आज सीएम फ्लाइंग ने कृषि विभाग में छापामारी कर एक बड़ा खुलासा किया है। दरअसल पिछले कुछ समय से जिले में किसानों को खाद नहीं मिल रहा था और खाद के लिए किसानों को लंबी-लंबी लाइनों में लगना पड़ता था लेकिन यह सब कुछ क्यों हो रहा था उसके बारे में भी हम आपको बताते हैं। दरअसल यमुनानगर में पूर्व डीडीए रहे अधिकारी ने अपने ही एक साथी ग्रेवाल से मिलकर खाद की सीधी सप्लाई बोर्ड फैक्ट्री में करनी शुरू कर दी। ऐसे में एक व्हाट्सएप मैसेज किया गया जो की सीधा प्लाई बोर्ड फैक्ट्री तक पहुंचाया गया।

जानिए क्या था मैसेज में

उस मैसेज में साफ लिखा गया था कि अगर किसी को भी प्लाई बोर्ड फैक्ट्री के लिए यूरिया चाहिए तो वह ग्रेवाल से संपर्क करें। ऐसे में छोटे-मोटे खाद विक्रेता की दुकानों पर ताला चढ़ने की नौबत आ गई थी। शहर में अगर कोई खाद बेच रहा था तो वह दो लोग थे।

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एक ग्रेवाल और दूसरा सुमित। सुमित के खिलाफ पहले से ही कई अवैध खाद को लेकर मामले दर्ज थे। इसके बावजूद प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने इस डीडीए के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। लिहाजा जब तक यह अधिकारी यमुनानगर में रहा तब तक खाद की कालाबाजारी पूरी जोर शोर से की गई लेकिन उसके जाते ही अब जांच सामने आनी शुरू हो गई है

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