आचार संहिता के दौरान भर्ती रोकने को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच एक बार फिर से तीखी नोकझोंक शुरू हो गई है। Haryana के कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए भाजपा की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बताया और कांग्रेस की भर्ती नीतियों की आलोचना की।
हरियाणा में आचार संहिता के दौरान भर्तियों को रोकने पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के समय की भर्तियों को अदालत ने रद्द कर दिया था, जबकि भाजपा की भर्तियों पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले 10 सालों में नौकरी में पक्षपात को खत्म किया है और योग्यता के आधार पर नौकरियां दी हैं।
भाजपा ने खत्म किया भेदभाव, कांग्रेस के समय था सिफारिश का बोलबाला
कंवरपाल गुर्जर ने कांग्रेस के शासनकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के समय नौकरी पाने के लिए सिफारिश, रिश्वत और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। भाजपा सरकार ने बिना किसी भेदभाव के युवाओं को नौकरी दी है, जबकि कांग्रेस राज में हर वर्ग परेशान था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने एक लाख 40 हजार रोजगार दिए हैं, जबकि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में 88 हजार भर्तियां की थीं, जिनमें से अधिकांश को कोर्ट ने निरस्त कर दिया था।
चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार भाजपा
कंवरपाल गुर्जर ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर कहा कि भाजपा पूरी तरह से तैयार है और पार्टी का संगठन मजबूत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब खुलकर साजिश कर रही है और युवाओं को मिल रहे रोजगार को रोकने की कोशिश कर रही है। भाजपा सरकार ने कांग्रेस राज में हटाए गए कर्मचारियों को भी रोजगार देने का काम किया है और आज प्रदेश की जनता भाजपा के साथ खड़ी है।