यमुनानगर में बिलासपुर क्षेत्र के गांव धनौरा में खनन तस्करों की गुंडगर्दी सामने आई है। अवैध खनन रोकने पहुंची वन विभाग की टीम पर खनन तस्करों ने जेसीबी और डंपर चढ़ाकर जान से मारने का प्रयास किया।
टीम में वन दरोगा कमल कुमार और तीन बीट इंचार्ज थे। बता दें कि टीम में शामिल सभी अधिकारियों ने साइड में कूद कर जान बचाई। जिससे वे सुरक्षित बच गए। बाद में हरीपुर बैरियर पर तैनात चौकीदार ने भी खनन तस्करों को बिना जांच के जाने दिया।
दो नामजद समेत कई लोगों पर केस दर्ज
पुलिस ने वन राजिक अधिकारी की शिकायत पर दो लोगों को नामजद करते हुए कुछ अन्य पर हत्या के प्रयास समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वन विभाग साढौरा रेंज के वन राजिक अधिकारी कृष्ण कुमार ने पुलिस को दी शिकायत मे बताया कि धनौरा बीट के वन रक्षक इंचार्ज चंद्रपाल को सूचना मिली थी कि धनौरा एरिया में सड़क की पूर्व दिशा में अवैध खनन किया जा रहा है।
इस सूचना पर वन दरोगा कमल कुमार, काठगढ बीट के इंचार्ज विशाल, सुरेंद्र सिंह, बहादुरपुर बीट के इंचार्ज सुंदर सिंह की टीम का गठन किया गया। इसके बाद उनकी टीम सूचना के आधार पर अवैध खनन वाली जगह पर पहुंची।
टीम को देखकर आरोपियों ने किया भागने का प्रयास
मौके पर पहुंची टीम ने देखा कि जेसीबी के माध्यम से खनन सामग्री ट्रैक्टर ट्रालियों व डंपर में डाली जा रही थी। टीम को देखकर खनन कर रहे सभी लोग अपने अपने वाहन लेकर भागने लगे। जब उनकी टीम ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने जेसीबी व डंपर उनके ऊपर चढ़ाकर उन्हें जान से मारने का प्रयास किया।
उन्होंने किसी तरह एक साइड में कूद कर जान बचाई। इसके बाद जेसीबी व डंपर चालक अपने वाहनों को भगा कर वहां से फरार हो गए। उन्होंने जेसीबी का पीछा कर उसे पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन आरोपी हिमाचल प्रदेश की तरफ भागने में कामयाब हो गए। पुलिस ने मामले में आरोपी रफीक व सतपाल को नामजद करते हुए कुछ अन्य पर हत्या के प्रयास समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।