- हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के असर से आज तेज बारिश और 50 किमी/घंटे की हवाओं की चेतावनी, IMD ने येलो अलर्ट जारी किया।
- मई महीने में औसत से 60% अधिक बारिश, जिससे 17 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा, 2008 के बाद सबसे अधिक बारिश दर्ज।
- पिछले एक हफ्ते में पानीपत, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर समेत कई जिलों में अत्यधिक बारिश, जबकि केवल भिवानी में कम बारिश हुई।
Haryana rainfall record 2025: हरियाणा में 2 जून सोमवार को पश्चिमी विक्षोभ का असर पूरी तरह से देखने को मिलेगा, जिससे पूरे प्रदेश में तेज बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बारिश और 50 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवाओं के मद्देनज़र येलो अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट का मतलब है कि मौसम के कारण सामान्य जीवन पर प्रभाव पड़ सकता है और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मई महीने में हरियाणा में औसत से करीब 60 फीसदी अधिक बारिश हुई, जो कि पिछले 17 वर्षों में सबसे ज्यादा है। 2008 में मई में 72.1 मिमी बारिश दर्ज हुई थी, जबकि इस बार 59.7 मिमी बारिश हुई है, जो औसत से बहुत ऊपर है।
1 जून को गुरुग्राम, नूंह, फरीदाबाद, चरखी दादरी, भिवानी और झज्जर में हल्की बारिश और तेज हवाएं दर्ज की गईं, जबकि अन्य जिलों में हल्की बूंदाबांदी रही। नारनौल में तेज हवाओं की वजह से पेड़ सड़क पर गिर गए जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
पिछले सात दिनों में अधिकांश जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। आंकड़ों के अनुसार, पानीपत में 2533%, कुरुक्षेत्र में 1167%, यमुनानगर में 956%, करनाल में 982% और कैथल में 857% बारिश हुई। सिर्फ भिवानी में बारिश की मात्रा सामान्य से 16% ही रही। यह बढ़ी हुई वर्षा लू और उमस से राहत देने में अहम साबित हो रही है, जिससे आमजन को भीषण गर्मी से राहत मिल रही है।
IMD ने 2 जून और 3 जून को भी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे अगले दो दिन हरियाणा में मानसून जैसे हालात बने रह सकते हैं।