- मुजफ्फरनगर में जन आक्रोश रैली के दौरान राकेश टिकैत पर झंडे से हमला और पगड़ी गिरने की घटना हुई
- पहलगाम आतंकी हमले को लेकर टिकैत के बयान पर गुस्साए लोग ‘वापस जाओ’ के नारे लगाते दिखे
- पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले, टिकैत सुरक्षित और स्थिति अब नियंत्रण में
Rakesh Tikait rally incident: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को उस समय भारी बवाल हो गया जब सिविल लाइन थाना क्षेत्र के टाउन हॉल ग्राउंड में आयोजित जन आक्रोश रैली के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत पर हमला हो गया। यह रैली पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आयोजित की गई थी, जिसमें 168 हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। दोपहर से ही भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी और स्थानीय बाजार बंद रखे गए थे। राकेश टिकैत जब शाम करीब साढ़े 5 बजे पहुंचे, तभी अचानक हंगामा शुरू हो गया।
बताया गया कि टिकैत जैसे ही मंच के पास पहुंचे, भीड़ में से किसी ने उनके सिर पर झंडा मार दिया, जिससे उनकी पगड़ी गिर गई। इस घटना के बाद माहौल और बिगड़ गया और भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। भगवा झंडा और तिरंगा लिए कुछ लोगों ने मंच की ओर बढ़ते हुए ‘वापस जाओ’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के समर्थन में भी जमकर नारेबाजी हुई।
हंगामे की वजह राकेश टिकैत और उनके भाई नरेश टिकैत के सिंधु जल समझौते को लेकर केंद्र सरकार पर दिए गए बयान माने जा रहे हैं। टिकैत ने केंद्र के फैसले पर सवाल उठाए थे, जिसे कुछ लोग पाकिस्तान समर्थक बयान मान रहे थे।
हालात बेकाबू होते देख मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। टिकैत को तुरंत सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों ने सुरक्षित स्थान पर ले जाया। पुलिस ने मौके से कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और राकेश टिकैत सुरक्षित बताए जा रहे हैं। इस घटना के बाद रैली की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं और प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।