- केदारनाथ धाम में लैंडिंग से ठीक पहले ऋषिकेश एम्स की हेली एंबुलेंस दुर्घटनाग्रस्त, पायलट सुरक्षित।
- हेलिकॉप्टर की टेल बोन टूटी, हादसे के वक्त पायलट के अलावा कोई सवार नहीं था।
- एम्स पीआरओ के अनुसार हार्ड लैंडिंग के कारण हुआ हादसा, 2024 में शुरू हुई थी ‘संजीवनी’ सेवा।
KedarnathHelicopterCrash: शनिवार सुबह केदारनाथ धाम के हेलिपैड से करीब 20 मीटर पहले ऋषिकेश एम्स की हेली एंबुलेंस ‘संजीवनी’ हार्ड लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि हेलिकॉप्टर में केवल पायलट ही सवार था और वह सुरक्षित है। हादसे में हेलिकॉप्टर की टेल बॉन टूट गई, लेकिन कोई जानमाल की हानि नहीं हुई।
एम्स ऋषिकेश के पीआरओ संदीप कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हेलिकॉप्टर एक मरीज को लेने केदारनाथ आया था। लैंडिंग के दौरान हेली की स्थिरता बिगड़ गई जिससे हादसा हुआ। अधिकारियों ने इसे हार्ड लैंडिंग का परिणाम बताया है। यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अक्तूबर 2024 को एम्स की इस हेली एंबुलेंस सेवा ‘संजीवनी’ का शुभारंभ किया था, जिसका संचालन केंद्र और उत्तराखंड सरकार की 50-50% साझेदारी में हो रहा है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 20 सितंबर 2022 को इसके संचालन की घोषणा की थी।

इस हादसे से कुछ ही दिन पहले, 8 मई को गंगोत्री धाम जा रहा एक हेलिकॉप्टर गंगनानी के पास क्रैश हो गया था, जिसमें 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी और एक गंभीर रूप से घायल हुआ था। उस हादसे में हेलिकॉप्टर के दो टुकड़े हो गए थे और दो शव अंदर ही फंस गए थे, जिन्हें काटकर निकाला गया।
हालिया घटनाएं दर्शाती हैं कि चारधाम यात्रा के दौरान हवाई सेवाओं की सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही है। लगातार हो रही दुर्घटनाएं तीर्थयात्रियों और हेली सेवाओं से जुड़े स्टाफ के लिए खतरे का संकेत हैं।