ग्लोबल रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पोते, भीमराव यशवंत(Bhimrao Ambedkar’s grandson Yashwant) अंबेडकर रविवार को रोहतक(Rohtak) पहुंचे। उन्होंने मिशन एकता पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कांता आलड़िया के घर पर उनसे मुलाकात की।
भीमराव यशवंत अंबेडकर ने बताया कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव(assembly elections in Haryana) के लिए 12 पार्टियों ने मिलकर(12 parties formed) हरियाणा गठबंधन मोर्चा(coalition front) बनाया है। इस मोर्चे में वे पार्टियां शामिल हैं, जो संविधान में आस्था रखती हैं और संविधान की विचारधारा पर चल रही हैं। ये सभी पार्टियां मिलकर हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। इसके लिए वह लगातार हरियाणा में काम कर रहे हैं। भीमराव यशवंत अंबेडकर ने बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीएसपी ने संविधान बदलने वाली पार्टी बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) का साथ दिया है। अगर बीएसपी ने उत्तर प्रदेश में बीजेपी का समर्थन नहीं किया होता तो बीजेपी आज सत्ता में नहीं होती।

उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता बीजेपी और कांग्रेस दोनों से परेशान हो चुकी है और अब हरियाणा गठबंधन मोर्चा उनके लिए एक नया विकल्प बनेगा। मिशन एकता पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कांता आलड़िया ने भी बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है और अगर कांग्रेस ने भ्रष्टाचार नहीं किया होता तो बीजेपी सत्ता में नहीं आती। अब जनता बीजेपी से भी तंग आ चुकी है।
पिता को संविधान निर्माता बताना संविधान की हत्या
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता आज संविधान बचाने की बात करते हैं, लेकिन जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने शासनकाल में अपने पिता की समाधि बनवाई थी, तो उस पर ‘संविधान निर्माता’ लिखवाया था। आज उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा संविधान बचाने की बात कैसे कर सकते हैं? क्योंकि असली संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर हैं। अपने पिता को संविधान निर्माता बताना संविधान की हत्या है।

हरियाणा गठबंधन मोर्चा करेगा नई शुरूआत
भीमराव यशवंत अंबेडकर और कांता आलड़िया ने कहा कि हरियाणा गठबंधन मोर्चा राज्य में एक नई शुरुआत करेगा और जनता को एक नया विकल्प देगा। उन्होंने सभी पार्टियों से एकजुट होकर काम करने की अपील की, ताकि हरियाणा में एक बेहतर सरकार बनाई जा सके। भीमराव यशवंत अंबेडकर ने कहा कि हरियाणा में चुनाव के लिए वह पूरी तरह तैयार हैं और गठबंधन की सभी पार्टियों के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता संविधान की रक्षा करना और जनता को एक मजबूत और ईमानदार सरकार देना है।