खनौरी बॉर्डर पर किसानों का संघर्ष लगातार जारी है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन मंगलवार को 50वें दिन भी जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी तबीयत दिन-प्रतिदिन बिगड़ रही है, और अब उन्हें बोलने में भी समस्या हो रही है।
इस बीच, खनौरी बॉर्डर पर किसानों ने एक और बड़ा ऐलान किया है। कल, 111 किसान आमरण अनशन पर बैठेंगे। ये किसान कल दोपहर 2 बजे मरण व्रत (आमरण अनशन) पर बैठेंगे। इस दौरान, किसान काले कुपड़े पहनकर पुलिस बैरिकेडिंग के पास शांतिपूर्वक बैठेंगे। इस आंदोलन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा (SKM), जो कि एक गैर-राजनैतिक संगठन है, करेगा।
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल का अनशन 50वें दिन भी जारी, हालत नाजुक
हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल का आमरण अनशन 50वें दिन भी जारी है। उनकी तबीयत बेहद नाजुक हो गई है, और उनका शरीर कमजोर होता जा रहा है। डल्लेवाल के शरीर का मांस समाप्त हो चुका है, त्वचा सिकुड़ने लगी है और उनकी हड्डियां स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगी हैं।
कल इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इससे पहले, पटियाला से एक डॉक्टरों की टीम पुलिस के साथ खनौरी बॉर्डर पहुंची है। टीम डल्लेवाल के स्वास्थ्य की जांच के लिए सैंपल लेगी। पंजाब सरकार ने अनशन स्थल से 500 मीटर दूर अस्थायी अस्पताल स्थापित किया है, और डल्लेवाल की हालत को देखते हुए डॉक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इस आंदोलन के बीच पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने मंगलवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान से मुलाकात की। इस मुलाकात में किसानों की मांगों, विशेष रूप से फसलों पर MSP गारंटी कानून और अन्य किसान मुद्दों पर चर्चा की गई।
पंजाब बीजेपी की चंडीगढ़ में 15 जनवरी को एक बैठक होने जा रही है, जिसमें MSP और अन्य किसानों के मुद्दों पर रणनीति तैयार की जाएगी। दूसरी ओर, खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनैतिक) की बैठक हुई, जिसमें आंदोलन को और तेज करने की योजना बनाई गई। साथ ही, हरियाणा के कैथल जिले से किसानों का जत्था खनौरी बॉर्डर पर पहुंचेगा।
18 जनवरी को SKM की बैठक, 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च की होगी रणनीति
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के संघर्ष के बीच संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) आगामी दिनों में अपनी रणनीतियों को और मजबूत करेगा। 13 जनवरी को पटियाला के पातड़ां में तीन मोर्चे के नेताओं की एक अहम बैठक हुई, जिसमें 18 जनवरी को फिर से पातड़ां में बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर एक ठोस रणनीति बनाई जाएगी।
बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा, “मीटिंग अच्छे माहौल में हुई। मोर्चा यह सोचता है कि सभी दलों को एकजुट होना होगा। जनता के सहयोग के बिना मोर्चा जीत नहीं सकता। हमने फिर से यह निर्णय लिया है कि कोई भी एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी नहीं करेगा। हमारा दुश्मन एक है और संघर्ष भी एक है। 18 जनवरी को फिर से इसी जगह पर मीटिंग होगी।”
भाकियू (क्रांतिकारी) के नेता सुरजीत सिंह फूल ने कहा, “इस बैठक का सबसे बड़ा परिणाम यह था कि एकता के लिए इसे आयोजित किया गया। तालमेल ग्रुप बनाने पर सहमति बनी है, और इस पर 18 जनवरी की बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च की रणनीति बनाई जाएगी।”
पंजाब सरकार और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी
पंजाब सरकार के अधिकारी लगातार किसानों से मुलाकात कर रहे हैं, और इससे पहले राज्य के 7 मंत्री भी किसान नेता डल्लेवाल से मिल चुके हैं। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर कमेटी ने भी मोर्चे पर पहुंचकर डल्लेवाल से मुलाकात की और उन्हें मरणव्रत जारी रखने की सलाह दी, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि उन्हें इलाज भी जरूर कराना चाहिए।