महिला एशियन हॉकी चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली खिलाड़ी Neha Goyal रविवार रात को शादी के बंधन में बंध गईं। उन्होंने करनाल के सुनील से विवाह किया, जो बारात लेकर सोनीपत के रजवाड़ा पैलेस पहुंचे। यहां खुले आसमान के नीचे दोनों ने एक-दूसरे से जीवन भर साथ रहने की कसमें खाईं।
नेहा और सुनील की शादी पारिवारिक सहमति से अरेंज मैरिज के रूप में हुई, जबकि दोनों की मुलाकातें पहले हॉकी टूर्नामेंट्स के दौरान हुई थीं। शादी में नेहा और सुनील के परिवार के साथ-साथ उनके हॉकी कोच और साथी खिलाड़ी भी मौजूद रहे।
नेहा की संघर्षपूर्ण यात्रा
नेहा गोयल की जिंदगी संघर्षों से भरी रही है। उनके पिता उमेश का निधन होने के बाद उनकी मां सावित्री देवी ने परिवार का खर्च उठाने के लिए फैक्ट्री में काम किया। नेहा ने हॉकी को छठी क्लास में शुरू किया था, और कोच प्रीतम सिवाच ने उनके अंदर टैलेंट को पहचाना, जिसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेली।
2015 में गंभीर चोट के बावजूद वापसी
नेहा ने बताया कि साल 2015 में पैर में गंभीर चोट लगी थी, जिससे उनका हॉकी करियर खतरे में पड़ गया था। डॉक्टर ने कहा कि वह भविष्य में खेल नहीं सकतीं, लेकिन सुनील ने उनका साथ दिया और उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के डॉक्टरों के पास ले गए। इसके बाद नेहा वापसी करने में सफल रही और भारतीय हॉकी टीम में स्थान प्राप्त किया।
नेहा और सुनील की लव स्टोरी
नेहा और सुनील की मुलाकात अंडर-17 नेशनल टूर्नामेंट के दौरान हुई थी। शुरुआत में दोनों एक-दूसरे को ज्यादा नहीं जानते थे, लेकिन समय के साथ उनकी दोस्ती बढ़ी और वे एक-दूसरे के करीब आए। नेहा ने कहा कि सुनील का स्वभाव बहुत अच्छा है और वह हमेशा उनकी मदद करते हैं।
कोच ने दिया करियर पर फोकस करने का सुझाव
नेहा ने अपने कोच प्रीतम सिवाच को अपनी लव स्टोरी के बारे में बताया था, जिस पर कोच ने उन्हें ओलिंपिक और अन्य खेलों पर फोकस करने की सलाह दी थी। इसके बाद, नेहा ने अपने करियर में सफलता हासिल की और ओलिंपिक में खेलने का सपना पूरा किया।
संयुक्त परिवार में शादी का सपना
नेहा ने कहा कि बचपन में उन्होंने फिल्मों में संयुक्त परिवार देखे थे, और उनका सपना था कि उनकी शादी भी ऐसे परिवार में हो, जहां सभी लोग एक साथ रहें। अब उनका यह सपना पूरा हो चुका है, क्योंकि उन्हें ऐसा परिवार मिल गया है। नेहा और सुनील की शादी ने दोनों के परिवारों को एक साथ जोड़ा, और यह एक नया अध्याय था उनकी साझी जिंदगी का।