भारत ने Chess Olympiad में पहली बार ऐसा इतिहास रचा है जो पहले कभी नहीं हुआ। भारत ने पहली बार चेस ओलंपियाड में ओपन कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतने के बाद महिला कैटेगरी में भी गोल्ड जीता और दोनों इवेंट में चैंपियन बना। इससे पहले कभी भारत ने ऐसी कामयाबी हासिल नहीं की। दोनों कैटेगरी में 5-5 प्लेयर्स ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। 11 राउंड के बाद ओपन टीम ने 22 में से 21 पॉइंट्स हासिल किए। वहीं विमेंस टीम ने 19 पॉइंट्स के साथ गोल्ड पर कब्जा किया।
बता दें कि चेस ओलंपियाड 2024 का खेल अबकी बार हंगरी में किया गया था। महिला कैटेगरी में तानिया सचदेव, वैशाली रेमशबाबू, हरिका द्रोणावल्ली, वंतिका अग्रवाल और दिव्या देशमुख ने गजब का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। टीम ने 11 राउंड में से 9 राउंड जीते। टीम को इकलौती हार पोलैंड के खिलाफ मिली। हालांकि, भारत ने 19 पॉइंट्स के साथ पहला स्थान हासिल किया।
दो साल पहले ब्रॉन्ज मेडल जीता था
टीम ने 10वें राउंड में डिफेंडिंग चैंपियन चीन भी हराया। इससे पहले डी गुकेश, आर प्रग्नानंद, अर्जुन एरिगैसी समेत 5 खिलाड़ियों वाली भारतीय पुरुष टीम ने ओपन कैटेगरी का गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। भारतीय पुरुषों को इस सेक्शन में पहला स्थान हासिल करने के लिए आखिरी राउंड में केवल एक ड्रॉ की जरूरत थी, लेकिन भारत ने दो मैच जीते तो दूसरे स्थान पर मौजूद चीन ने अमेरिका के खिलाफ पॉइंट गंवा दिए। टीम को 11 राउंड में से 10 में जीत मिली।
बता दें कि चेस ओलंपियाड के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत ने दोनों सेक्शन में गोल्ड जीते हैं। इससे पहले कभी भारत ने ऐसी कामयाबी हासिल नहीं की थी। भारत ने दो साल पहले चेस ओलंपियाड में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारतीय पुरुषों ने इस टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया। उन्होंने लगातार 8 मुकाबले जीते और इसके बाद डिफेंडिंग चैम्पियन उज्बेकिस्तान से ड्रॉ खेला। इसके बाद 21 सितंबर को उसने टॉप सीड वाली अमेरिकी टीम को मात देकर गोल्ड अपने नाम कर लिया था।