- भाजपा महिला मोर्चा नेता के बेटे के अश्लील वीडियो हुए वायरल, महिला के साथ आपत्तिजनक हरकतें
- पत्नी ने पुलिस को दी शिकायत, बोली- पति मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है
- अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट कर भाजपा पर बोला हमला, कर्नाटक कांड से की तुलना
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में भाजपा महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष के बेटे के करीब 130 अश्लील वीडियो वायरल होने से राजनीतिक हलकों में सनसनी फैल गई है। वायरल वीडियो में युवक एक महिला के साथ आपत्तिजनक हरकतें करते हुए देखा गया है। वीडियो सामने आने के बाद युवक की पत्नी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है और पति तथा ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

पत्नी ने बताया कि उसके पति का एक महिला के साथ अवैध संबंध है। वो महिला के साथ बनाए गए अश्लील वीडियो उसे दिखाकर मानसिक प्रताड़ना करता है। पत्नी का कहना है कि उसका पति कहता है, “तुम मेरा कुछ नहीं कर पाओगी, मेरी मां भाजपा की बड़ी नेता हैं।” महिला ने यह भी आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही उसे दहेज को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा है।

वीडियो शहर के अलग-अलग होटल और रेस्टोरेंट में शूट किए गए हैं। जिस महिला के साथ युवक के संबंध हैं, वह भी इसी शहर की रहने वाली है और उसने अपने पति को पहले ही छोड़ दिया है। घटना सामने आने के बाद भाजपा महिला नेता का मोबाइल फोन स्विच ऑफ है।
युवक की पत्नी का आरोप है कि 2021 में हुई शादी के बाद से ही उसे लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। उसके अनुसार, ससुराल वाले उसे कमरे में बंद कर देते हैं, ढंग से खाना नहीं देते और जमीन पर सुलाते हैं। सास, ननद और पति मिलकर मारपीट करते हैं और दहेज को लेकर ताने देते हैं।
चार साल से चल रहे घरेलू विवाद के बीच यह मामला अब मीडिया की सुर्खियों में है। सूत्रों के मुताबिक, युवक अपनी प्रेमिका के साथ बनाए गए वीडियो पत्नी को दिखाकर जानबूझकर तनाव देता था। वायरल वीडियो के पीछे किसका हाथ है, यह अब तक साफ नहीं हो पाया है।
अखिलेश यादव का बयान
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले पर X (पूर्व ट्विटर) पर तीखा हमला किया। उन्होंने लिखा, “भाजपाई नेताओं और उनके परिजनों के कुकृत्यों के सिलसिलेवार खुलासों की कड़ी में मैनपुरी से ‘130 वीडियो’ का महाभंडाफोड़, भाजपाइयों के कुख्यात कर्नाटक कांड से टक्कर लेता दिख रहा है।”
उन्होंने कहा कि “अब भाजपा इस कांड का आरोप भी विपक्ष या आईटी सेल पर नहीं डाल सकती, क्योंकि मामला सीधे उनके घर से उठा है।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि ऐसे ही हालात रहे तो महिलाएं भाजपाइयों के सायों से भी दूर रहना चाहेंगी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
भाजपा संगठन ने इस मामले पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। दूसरी ओर, सपा, बसपा और कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव में कार्रवाई नहीं कर रहा। विपक्षी दलों का कहना है कि भाजपा नेता का रसूख मामले को दबा रहा है और पीड़िता को न्याय नहीं मिल रहा।