हरियाणा में 11 जुलाई को भी मानसून पूरी तरह सक्रिय है। मौसम विभाग ने राज्य के 10 जिलों — चरखी दादरी, भिवानी, झज्जर, रोहतक, गुरुग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नूंह, हिसार और आसपास के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। फरीदाबाद और महेंद्रगढ़ (नारनौल) में सुबह से ही बारिश हो रही है।
पानीपत से एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां शुक्रवार तड़के 3:10 बजे एक मकान की छत गिर गई। हादसे के वक्त कमरे में सो रहे सुरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी रूबी (42) मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें बाहर निकाला, लेकिन तब तक रूबी की मौत हो चुकी थी और सुरेंद्र गंभीर रूप से घायल हैं। उनके चार बच्चे घर पर नहीं थे, जिससे वे बच गए।
कुरुक्षेत्र के शाहाबाद क्षेत्र में मारकंडा नदी के ओवरफ्लो होने से कठवा गांव में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पानी खेतों और सड़कों में घुस गया है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं, भिवानी जिले के गांव रामूपुरा में घग्गर ड्रेन ओवरफ्लो हो गई, जिससे लगभग 50 एकड़ फसल पानी में डूब गई।
नूंह के तावडू में जलभराव पर लापरवाही को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। SDM ने नगर पालिका सचिव और म्युनिसिपल इंजीनियर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
इस बीच, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि प्रदेश में 15 जुलाई तक बारिश की पूरी संभावना बनी हुई है। किसानों और प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।