● EPFO ने UAN एक्टिवेशन और आधार लिंकिंग की डेडलाइन 15 मार्च 2025 तक बढ़ाई
● रोजगार-लिंक्ड प्रोत्साहन (ELI) स्कीम के तहत पेंशन और PF लाभ के लिए अनिवार्य प्रक्रिया
● सरकार ने स्कीम के तहत तीन वर्जन लॉन्च किए, जिससे रोजगार और EPF लाभ बढ़ाने का प्रयास
EPFO UAN Update: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़ी एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। रोजगार-लिंक्ड प्रोत्साहन (ELI) स्कीम के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) को एक्टिवेट करने और बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करने की समय सीमा अब 15 मार्च 2025 तक बढ़ा दी गई है। पहले यह डेडलाइन 15 फरवरी 2025 थी, लेकिन इसे एक महीने आगे बढ़ा दिया गया है।
श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा 21 फरवरी 2025 को जारी सर्कुलर में इस डेडलाइन को बढ़ाने की घोषणा की गई। यह कदम कर्मचारियों को राहत देने और उन्हें आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी करने के लिए अतिरिक्त समय देने के उद्देश्य से उठाया गया है। इससे पहले भी यह डेडलाइन कई बार बढ़ाई जा चुकी है, ताकि अधिकतम कर्मचारियों को इस प्रक्रिया का लाभ मिल सके।
UAN क्या है और यह क्यों जरूरी है?
UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) EPFO द्वारा प्रदान किया गया एक 12 अंकों का यूनिक नंबर होता है, जो हर सैलरीड कर्मचारी को मिलता है। यह कर्मचारियों को उनके PF अकाउंट को ट्रैक और मैनेज करने की सुविधा देता है, चाहे वे कितने भी नियोक्ताओं के पास काम कर रहे हों।
इसके माध्यम से कर्मचारी EPF बैलेंस चेक कर सकते हैं, ट्रांजेक्शन डिटेल्स देख सकते हैं और ऑनलाइन क्लेम भी कर सकते हैं। यदि कोई कर्मचारी नौकरी बदलता है, तो नए नियोक्ता द्वारा उसी UAN से नया PF खाता जोड़ा जाता है, जिससे उनका PF बैलेंस ट्रांसफर करना आसान हो जाता है।
ELI स्कीम के तहत UAN एक्टिवेशन अनिवार्य क्यों है?
रोजगार-लिंक्ड प्रोत्साहन (ELI) स्कीम के तहत EPFO ने यह निर्देश दिया है कि कर्मचारियों को मौद्रिक लाभ प्राप्त करने के लिए UAN एक्टिवेट करना और बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करना आवश्यक होगा।
EPFO ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर यह जानकारी साझा करते हुए कर्मचारियों को यह प्रक्रिया जल्द पूरी करने की सलाह दी है, ताकि अंतिम समय में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
ELI स्कीम के तीन वर्जन
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई 2024 में रोजगार-लिंक्ड प्रोत्साहन (ELI) स्कीम लॉन्च की थी। यह स्कीम रोजगार बढ़ाने और कर्मचारियों को EPF के लाभ दिलाने के उद्देश्य से बनाई गई है। इसमें तीन वर्जन शामिल हैं:
- स्कीम A: यह उन कर्मचारियों के लिए है जो पहली बार रोजगार पा रहे हैं और EPF स्कीम से जुड़ रहे हैं।
- स्कीम B: यह मुख्य रूप से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार सृजन पर केंद्रित है, जिससे इस क्षेत्र में नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे।
- स्कीम C: यह नियोक्ताओं को सपोर्ट करता है, ताकि वे अधिक से अधिक नए कर्मचारियों को रोजगार दें और उन्हें EPF सिस्टम से जोड़ें।
सरकार ने इन तीनों वर्जनों के जरिए रोजगार बढ़ाने और EPF से जुड़े लाभ सुनिश्चित करने का प्रयास किया है।
EPFO से जुड़ी यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
EPFO द्वारा डेडलाइन बढ़ाने का फैसला लाखों कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है। अब वे 15 मार्च 2025 तक UAN एक्टिवेट कर सकते हैं और बैंक अकाउंट को आधार से लिंक कर सकते हैं।
सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों को आवश्यक दस्तावेज़ अपडेट करने और EPF से जुड़े लाभों का लाभ उठाने का अतिरिक्त समय मिल गया है। जो कर्मचारी अभी तक इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाए हैं, उन्हें जल्द से जल्द इसे पूरा करने की सलाह दी जाती है, ताकि भविष्य में किसी तरह की समस्या न हो।