● हरियाणा सरकार स्कूलों में गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों की संख्या घटाने की तैयारी में।
● शिक्षा विभाग से 5000 से अधिक गैर-शिक्षकीय पद समाप्त करने पर विचार।
● शिक्षकों के रेशनलाइजेशन के बाद अब कर्मचारियों का पुनर्वितरण होगा
Haryana Education Rationalization: हरियाणा सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की संख्या को व्यवस्थित करने के लिए रेशनलाइजेशन (संशोधन) किया है। अब सरकार का अगला कदम गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों की संख्या को कम करने का है। इस प्रक्रिया में, राज्य सरकार शिक्षा विभाग में कार्यरत ऐसे कर्मचारियों का डेटा एकत्र कर रही है, जो शिक्षण कार्य नहीं करते हैं। इस पहल के तहत 5000 से अधिक पदों को समाप्त किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने शिक्षा विभाग से यह रिपोर्ट मांगी है कि वहां कितने गैर-शिक्षकीय कर्मचारी कार्यरत हैं। इस आदेश के बाद शिक्षा निदेशालय ने SCERT गुरुग्राम और सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने जिलों से संबंधित आंकड़े भेजें।
इन पदों पर पड़ सकता है असर
सूत्रों के अनुसार, शिक्षा विभाग में अधीक्षक, उप अधीक्षक, सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर, जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर, स्टेनो टाइपिस्ट, सहायक, सांख्यिकी सत्ययक, ड्राइवर, लैब अटेंडेंट और लिपिक जैसे 10 प्रकार के पदों पर सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है।
क्या है रेशनलाइजेशन प्रक्रिया?
शिक्षकों के रेशनलाइजेशन का अर्थ है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों के अनुपात को बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों की तैनाती को पुनर्गठित किया जाए। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर स्कूल में पर्याप्त संख्या में शिक्षक हों, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता सुधर सके।
कैसे होता है रेशनलाइजेशन?
हरियाणा सरकार ने शिक्षकों के पदों के पुनर्वितरण की प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें जेबीटी, पीआरटी और मुख्य शिक्षकों के पदों को स्कूलों में छात्रों की संख्या के आधार पर समायोजित किया जाता है। सरकार ने शिक्षक-छात्र अनुपात 1:25 निर्धारित किया है। हालांकि, कुछ मामलों में मुख्य शिक्षक को 150 से कम छात्रों पर भी नियुक्त किया जा सकता है।
गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों की कटौती से असर?
अगर सरकार 5000 से अधिक गैर-शिक्षकीय पद समाप्त करती है, तो इससे स्कूलों में प्रशासनिक कार्यों पर असर पड़ सकता है। हालांकि, सरकार का मानना है कि इस कदम से शिक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावी और व्यावहारिक बनाया जा सकेगा।