– हमलावर सेना की वर्दी में थे, सैलानियों ने सेना को भी आतंकी समझा
– प्रधानमंत्री मोदी सऊदी दौरा बीच में छोड़ लौटे, दिल्ली-मुंबई में अलर्ट
Terror Strikes Pahalgam: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। बैसारन घाटी में हुए इस हमले को 2019 के पुलवामा अटैक के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। इस खूबसूरत पर्यटन स्थल पर आतंकी सेना की वर्दी में पहुंचे और खाने-पीने की दुकानों के पास मौजूद सैलानियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। हमले में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक पर्यटक UAE का, एक नेपाल का और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं। बाकी पीड़ित गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के बताए जा रहे हैं।
आतंकियों ने पहचान पूछकर लोगों को गोली मारी, जिससे दहशत और बढ़ गई। सामने आए वीडियो में एक महिला चीखती हुई नजर आ रही है—”मेरे बच्चों को छोड़ दो”—जबकि सेना के जवान लोगों को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे आतंकवादी नहीं, भारतीय सेना से हैं। यह भ्रम इसलिए हुआ क्योंकि कुछ आतंकी सेना की वर्दी में थे, जिसकी वजह से मौके पर पहुंचे फौजियों को भी सैलानी आतंकी समझ बैठे।
बैसारन घाटी, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है, पहलगाम शहर से महज 6 किलोमीटर दूर स्थित है और ट्रैकिंग व घुड़सवारी के लिए लोकप्रिय स्थल माना जाता है। लेकिन मंगलवार को यह इलाका गोलियों की आवाजों से गूंज उठा।
हमले के बाद केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में छोड़कर भारत लौट आए हैं। आज वह केंद्रीय कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की विशेष बैठक में हिस्सा लेंगे। गृह मंत्री अमित शाह भी श्रीनगर में सेना और प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम आज पहलगाम पहुंचेगी और जांच शुरू करेगी।
देश के कई बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां आतंकी हमले की साजिश की गहराई से जांच कर रही हैं, और यह आशंका भी जताई जा रही है कि हमले में सीमा पार से आतंकी संगठन शामिल हो सकते हैं।